अक्टूबर में मरीजों को नई ओपीडी की सौगात
वाराणसी : काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल में नेफ्रोलाजी की ओपीडी का विस्तार होगा। उम्मीद है कि अगले माह यानी अक्टूबर में मरीजों को नई ओपीडी की सौगात मिल जाएगी। इंडोक्राइन का पुराना कमरा अब खाली हो चुका है। इसी के बगल में नेफ्रोलाजी की ओपीडी चलती है। इसका विस्तार इंडोक्राइन की पुरानी ओपीडी के कमरे तक किया जाएगा। इससे मरीजों को चिकित्सक तक पहुंचने में सहूलियत होगी। स्ट्रेचर पर भी मरीज पहुंचाए जा सकेंगे।
अभी की स्थिति : नेफ्रोलाजी में इस समय गंभीर मरीजों को ओपीडी में ले जाने के लिए गोद में पहुंचाया जाता है। कारण कि ओपीडी इतनी संकरी है कि स्ट्रेचर नहीं पहुंच सकता। इस ओपीडी में किडनी के रोगी आते हैं। गंभीर अवस्था में डायलिसिस करानी होती है। मरीज इतने कमजोर होते हैं कि पैदल चलना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में डाक्टर ओपीडी से बाहर निकलकर मरीज को देख वरिष्ठ चिकित्सक को हाल बताते हैं। वहीं वरिष्ठ चिकित्सक को दिखाने के लिए गोद में मरीज को लेकर पहुंचना होता है। दूसरा कारण यह है कि अमूमन किडनी का रोग वृद्ध लोगों को होता है। अवस्था के कारण भी वह चलने में असमर्थ हो जाते हैं।
दूर होगी दुश्वारी : ओपीडी के विस्तार से मरीजों को गोद में लेकर चलने की फजीहत दूर हो जाएगी। स्ट्रेचर व व्हील चेयर सीधा डाक्टर के पास पहुंचेगा। निदेशक प्रो.राणा गोपाल सिंह के अनुसार अक्टूबर के पहले पखवारे में नई ओपीडी का उद्घाटन होगा। चिकित्साधीक्षक प्रो.यूएस द्विवेदी व उप चिकित्साधीक्षक डा.कुंदन सिन्हा की टीम नई ओपीडी के लिए प्रयासरत है।