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सगुनहां-सिसवां की सोनकर बस्ती खाली

By Edited By: Published: Mon, 01 Sep 2014 08:34 PM (IST)Updated: Mon, 01 Sep 2014 08:34 PM (IST)
सगुनहां-सिसवां की सोनकर बस्ती खाली

वाराणसी : सगुनहां व सिसवां गांव की सोनकर बस्ती में सोमवार को मरघट सा सन्नाटा पसरा दिखा, पूरी की पूरी बस्ती खाली। अपवाद के रूप में किसी-किसी घर में कोई बुजुर्ग या बीमार महिला भर मिली। वह भी इतनी दहशतजदा कि रातभर चले पुलिसिया तांडव के खिलाफ कुछ बोल पाने में असमर्थ। घरों का हाल यह कि जहां ताला लगा है वहां तो लगा वरना कई मकान खुले मिले। जहां चाहें वहां कमरों में घुसकर देख लें। बिखरे सामान, टूटे फ्रिज, टीवी, उखड़े दरवाजे, पसरे अनाज, सब्जियों को देखकर यह जान जाएंगे कि किस तरह का कहर ग्रामीणों पर बरपा होगा। अलबत्ता गांव के बाहर तीन ट्रक पीएसी, दर्जनभर पुलिस अफसर और बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है। फायर ब्रिगेड व वज्र वाहन भी मौके पर मौजूद हैं।

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ज्ञात हो कि फूलपुर थाना क्षेत्र के सगुनहां गांव की सोनकर बस्ती के 13 वर्षीय किशोर के अपहरण से आक्रोशित ग्रामीणों ने रविवार को आरोपी के घर हमला बोल दिया था। इसके बाद पुलिस और ग्रामीणों के बीच गुरिल्ला युद्ध हुआ। पथराव, रबर बुलेट फायरिंग, वाटर कैनन से बौछार, चक्काजाम आदि के साथ ही हर तरह का हंगामा हुआ। दोपहर बाद पर्याप्त फोर्स जुटने के बाद पुलिस की ओर से पलट कार्रवाई हुई तो ग्रामीणों पर कहर ही बरपा। पूरी रात दोनों गांव सहित आसपास के क्षेत्रों में छापेमारी हुई। खासकर सगुनहां व सिसवां की सोनकर बस्ती पर तो मानों पुलिसिया वज्रपात ही हो गया। नतीजा, रात में ही अधिकांश ग्रामीण घर छोड़कर भाग गए। कार्रवाई के दौरान तीन दर्जन से अधिक ग्रामीण पकड़े गए। ग्रामीणों का आरोप है कि छापेमारी के दौरान पुलिस ने तोड़फोड़ के साथ लूटपाट भी की। सोमवार तक बड़ागांव थाने में 50 नामजद सहित सैकड़ों अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ पुलिस ने रौनक हत्याकांड के आरोपी के पिता सूर्यबली मिश्रा की तहरीर के आधार पर और अपनी तरफ से 15 गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया था। इसमें 7 क्रिमिनल लॉ एक्ट का भी मुकदमा शामिल है।

ज्ञात हो कि दो माह पूर्व सगुनहां की सोनकर बस्ती में पांच वर्ष के बच्चे रौनक की हत्या तेजाब से जलाकर की गई थी। इसमें सिसवां गांव के सूर्यबली मिश्र के तीन पुत्रों को हत्यारोपी बनाया गया था जिसमें से दो जेल में हैं जबकि एक फरार है। पुलिस इसी हत्याकांड को रविवार को हुए बवाल का केंद्र बिंदु मानते हुए पूरे घटनाक्रम को पूर्व नियोजित बता रही है।

निर्दोष का न हो उत्पीड़न : डीआइजी

पुलिस उपमहानिरीक्षक एसके भगत ने सोमवार को सिसवां में हुई घटना के संबंध में मौके पर जाकर निरीक्षण किया। उन्होंने अन्य ग्रामीणों से भी मुलाकात की। साथ ही पुलिस को निर्देश दिया कि किसी भी सूरत में इस घटना में कार्रवाई के तहत निर्दोष लोगों का उत्पीड़न न होने पाए। उन्होंने यह भी जोड़ा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

36 को भेजा गया जेल

बड़ागांव पुलिस ने सोमवार की सुबह तक गिरफ्तार किए गए सगुनहां व सिसवां के 36 आरोपियों को बलवा, हत्या का प्रयास, प्राणघातक हमले, तोड़फोड़, लूटपाट, मारपीट और अराजकता का माहौल बनाने के आरोप में न्यायालय में पेश किया। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (पंचम) अमित सिंह ने सभी आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में लेकर जेल भेज दिया। जेल भेजे गए आरोपियों में 20 पुरुष व 16 महिलाएं शामिल हैं।


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