अफ्रीकी देशों से संबंध बनाने की जरूरत
वाराणसी : कई देशों के राजदूत व उच्चायुक्त रह चुके इंडियन काउंसिल आफ वर्ल्ड अफेयर्स के महानिदेशक राजीव कुमार भाटिया शनिवार को आइआइटी बीएचयू में थे। उन्होंने केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के गोपाल त्रिपाठी सभागार में आयोजित 'वर्तमान भारतीय विदेश नीति के समक्ष चुनौतियां' विषय पर विस्तृत चर्चा की। कहा कि भारत में लंबे समय के बाद बहुमत की सरकार बनी है। इस सरकार से विश्व समुदाय में भारत की स्थिति मजबूत होने की पूरी संभावना है। भाटिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सार्क देशों के साथ शुरू हुई मुलाकात के दौर को सकारात्मक बताया। कहा कि यह कदम दुनिया में शक्ति और शांति की अवधारणा को पूरा करेगा।
राजीव के. भाटिया ने अफ्रीकी व लैटिन अमेरिकी देशों से संबंध बनाने पर जोर दिया। कहा कि दुनिया के देश इनकी अनदेखी कर रहे हैं। भारत को इसका लाभ उठाना चाहिए। कारण कि अफ्रीकी व लैटिन अमेरिकी देशों में प्राकृतिक संपदाओं के साथ उद्योग आदि बढ़ाने की असीम संभावनाएं हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान निदेशक प्रो. राजीव संगल ने की। उन्होंने कहा कि देश की संप्रभुता को बचाने के लिए विदेश नीति का मजबूत होना बेहद आवश्यक है। इस अवसर पर स्वागत, संचालन व धन्यवाद ज्ञापन संस्थान व्याख्यान माला समिति के अध्यक्ष प्रो. एसके शर्मा ने की।