सुरों से सजी ताल वाद्य की महफिल
वाराणसी : पं. ओंकार नाथ ठाकुर प्रेक्षागृह (बीएचयू) में रविवार को ताल वाद्य की महफिल सजी। सुरों व साजों के मेल ने श्रोताओं को बांधे रखा। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आइसीसीआर), भारतीय ललित कला अकादमी व संगीत एवं मंच कला संकाय (बीएचयू) के संयुक्त तत्वावधान में 'ताल वाद्य कचहरी' में कलाकारों ने संगीत के संगम में डुबकी लगाने के लिए मजबूर कर दिया।
हैदराबाद से आए पी जया भाष्कर ने मृदंगम पर तालों की सूक्ष्मता से परिचय कराया। रजनीश तिवारी ने तबले पर सधी हुई अंगुलियों से सुर ताल का मेल दिखाया। चंद्रकांत ने घटम, सत्य नारायण मूर्ति ने खंजीरा व राजा शेखर ने वायलिन पर सुरों की लहरियों से बांधे रखा। गणेश वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। रूपक ताल में राग सरस्वती, आदि तालम आदि की प्रस्तुतियां की गईं। आइसीसीआर के क्षेत्रीय अधिकारी अनुराग सिंह व संकाय के नृत्य विभागाध्यक्ष पीसी होंबल ने स्वागत व धन्यवाद ज्ञापन शशि कुमार ने किया। रोहित रघुवंशी, नवरत्न सहित काफी संख्या में रसिकों ने रसपान किया।