रेलवे की स्वचालित सीढ़ी में फंसा पेंच
जागरण संवाददाता, वाराणसी : कैंट रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए लगी स्वचालित सीढ़ी में पेंच फंस गया है। रेलवे निर्माण खंड के इंजीनियर ने मुख्यालय को पत्र भेजकर कई खामिया गिनाई हैं। यथा सीढ़ी के स्थापित गड्ढे में पानी भर जाना। गड्ढे को वाटर प्रूफ बनाया जाना चाहिए था। ऊपर बनाई गई फर्श एक ओर तिरछी है इससे यात्रियों के गिरने की आशंका है।
वैसे, यात्री हाल में लगी स्वचालित सीढ़ी दिन-रात चल रही है। बस, ऊपर के फर्श को ठीक करके फुटओवर ब्रिज से जोड़ना शेष रह गया है। परीक्षण जारी है। सीढ़ी का पावदान लगाने का काम भी पूरा कर लिया गया है। अब सभी को सीढ़ी के चालू होने का इंतजार है। सीढ़ी के चालू होने पर प्लेटफार्म नंबर दो से नौ तक सीधे फुटओवर ब्रिज से जुड़ जाएंगे। इसका लाभ यह होगा कि यात्री ओवरब्रिज की सीढि़यां चढ़े बिना मन चाहे प्लेटफार्म पर जा सकेंगे।
फिलहाल, जन आहार केंद्र के सामने से फुटओवर ब्रिज से सीढ़ी जोड़ी जा रही है। प्लेटफार्म नंबर एक पहले की भांति दोनों यात्री हॉल से जुड़ा रहेगा यानी प्लेटफार्म नंबर एक पर जाने के लिए स्वचालित सीढ़ी का उपयोग नहीं करना होगा। रेलवे प्रशासन ने मार्च में ही सीढ़ी को चालू करने की योजना बनाई थी। कई बाधाओं के कारण अब तक काम पूरा नहीं हो सका था।
अब जबकि पेंच फंस जाने से उद्घाटन में विलंब हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि वॉटर प्रूफ गड्ढा बनाया गया होता तो स्वचालित सीढ़ी की मोटर खराब नहीं होगी। रिसाव के कारण भर रहे पानी से सीढ़ी के उपकरण खराब हो जाएंगे। ऐसे में यात्रियों के लिए सीढ़ी को चालू किया जाना उचित नहीं है। इस मुद्दे पर स्थानीय इंजीनियर व रेलवे के अधिकारी मौन हैं। कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं। बस, यही कह रहे हैं कि मामला रेलवे बोर्ड स्तर का है।