बाबा साहेब की स्मृतियां संजोई, शोभायात्रा भी
वाराणसी : विभिन्न संस्थानों में डा. भीमराव अंबेडकर की 123वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। व्यक्तित्व व कृतित्व का बखान हुआ। डा. अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया तो सांस्कृतिक कार्यक्रमों से बाबा साहेब की स्मृतियां संजोई गईं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी जयंती की धूम रही। शोभायात्रा व जुलूस भी निकाले गए।
स्मारक भवन का शिलान्यास : डा. अंबेडकर जयंती समारोह समिति की ओर से कचहरी स्थित डा. अंबेडकर स्मारक पर समारोह हुआ। भंते पी शिवली, भंते गुरुधम्मो एवं भंते चंदिमा ने उद्घाटन किया। मुख्य अतिथि बाबा साहेब पी भोंसले ने अंबेडकर स्मारक भवन का शिलान्यास किया। कहा कि डा. अंबेडकर के संदेशों, संघर्षो को जीवंत बनाए रखना होगा। पूना विवि की प्रो. सुषमा अंधारे, प्रो. चौथीराम यादव, भोला प्रसाद, उमाशंकर, रामबचन आदि ने विचार व्यक्त किए। डा. अंबेडकर गौरव सम्मान, मान्यवर कांशीराम गौरव सम्मान एवं ज्योतिबाराव फुले गौरव सम्मान भी दिया गया। अध्यक्षता यूबीआई के महाप्रबंधक एचके बेहरा, संचालन अरुण कुमार प्रेमी व बृजेश कुमार भारतीय तथा धन्यवाद ज्ञापन मुसाफिर ने किया।
विचारों को अपनाने पर जोर : बीएचयू के राधाकृष्णन सभागार में हुई संगोष्ठी में डा. अंबेडकर के विचारों को आत्मसात करने पर जोर दिया गया। मुख्य अतिथि मूलचंद सोनकर ने कहा कि बाबा साहेब को जानना और विचारों को सरल शब्दों में व्यक्त करना जरूरी है। अध्यक्षता प्रो. डीपी वर्मा, स्वागत प्रो. विनय सिंह, संचालन डा. अमरनाथ व धन्यवाद ज्ञापन प्रो. आरएन खरवार ने दिया। बसपा के सुरेश पाल के नेतृत्व में समारोह का आयोजन किया गया, केक काटा गया। सामाजिक न्याय और अधिकार मंच, सेवा भारती, डा. अंबेडकर स्वच्छकार कल्याण न्यास, उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ, डा. अंबेडकर शोषित समाज शिक्षा प्रसार समिति व बहुजन समाज पार्टी आदि ने समारोह किए।
ग्रामीण क्षेत्रों में धूम : चिरईगांव प्रतिनिधि के अनुसार रामचंदीपुर, मुस्तफाबाद, पचरौव, नेवादा, बरियासनपुर, सलारपुर, अराजी नेवादा, सरायमोहाना, कमौली, जाल्हूपुर आदि गांवों में बाबा साहेब की जयंती मनाई गई। मिर्जामुराद प्रतिनिधि के अनुसार गौर चक्रपानपुर, राजपुर, खोंचवा, अमिनी, करधना, कल्लीपुर, बेनीपुर, बहेड़वा, रखौना, प्रतापपुर, पिलोरी, मेहंदीगंज, लेढुवाई आदि गांवों में धूम रही। पिंडरा प्रतिनिधि के अनुसार दौलतनगर, कठिरांव, फूलपुर, परसरा, गजोखर, खालिसपुर, सिंधोरा, गरखड़ा, मंगारी, हरिनाथपुर आदि गांवों में जयंती मनाई गई, शोभायात्रा व जुलूस भी निकाला गया। हरहुआ व दानगंज प्रतिनिधि के अनुसार क्षेत्र के विभिन्न संस्थानों व गांवों में जयंती की धूम रही।