उन्नाव में सामूहिक दुष्कर्म के बाद किशोरी को बेचा, गांव की तीन लड़कियां गायब
उन्नाव में किशोरी को फुसलाकर दुष्कर्म किया गया और बड़े सेक्स रैकेट के हवाले कर दिया गया। किशोरी ने तो कलई खोल दी है पर पुलिस ने आंख बंद रखी है।
उन्नाव (जेएनएन)। किशोरी को बहला-फुसलाकर ले जाने वाले पड़ोसी युवक ने अपने ड्राइवर के साथ चलती कार में किशोरी से दुष्कर्म किया। कानुपर के सचेंडी में बंधक बनाकर रखने के बाद कुछ अन्य लोगों ने भी किशोरी का शारीरिक शोषण किया। इतना ही नहीं उसे औरैया के अधेड़ के हाथों बेच दिया गया। परिवार वाले पुलिस के चक्कर लगाते रहे। सुनवाई न होने पर खुद किशोरी का पता लगा पुलिस को जानकारी दी जिस पर पुलिस ने उसे औरैया से बरामद किया। पुलिस पर पूरे मामले में बड़ा खेल करने का आरोप लगा है। मजिस्ट्रेट के सामने दिए गए बयान में किशोरी ने पूरी कलई खोलकर रख दी। समझा जाता है कि यहां कोई बड़ा सेक्स रैकेट सक्रिय है।
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चलती कार में दुष्कर्म
विवरण के मुताबिक मांखी गांव निवासी 16 वर्षीय किशोरी को 11 जून को पड़ोस का युवक कार ड्राइवर की मदद से नौकरी दिलाने के बहाने साथ लेकर चला गया। रास्ते में युवक और कार चालक ने चलती कार में उससे दुष्कर्म किया। कानपुर के सचेंडी में उसे दो दिन तक बंधक बनाकर रखा गया। यहां दो और युवकों ने उसका शारीरिक शोषण किया। इतना ही नहीं पड़ोसी युवक ने 60 हजार रुपये में किशोरी को औरैया के पिरहनी गांव में रहने वाले अधेड़ के हाथ बेच दिया। किशोरी ने बताया कि अधेड़ ने एक कमरे में बंधक बनाकर साथियों के साथ कई दिनों तक अस्मत लूटी। किशोरी के लापता होने के दूसरे दिन ही परिवार के लोग थाने पहुंचे। कार्रवाई की जगह पुलिस ने जांच का बहाना कर उन्हें चलता कर दिया। इसके बाद रोजाना थाने जाने का क्रम चलता रहा पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।
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एसपी से न्याय की गुहार
एसपी से न्याय की गुहार लगाने पर पुलिस हरकत में तो आई पर मुकदमा दर्ज नहीं किया। इसी दौरान किशोरी का एक मोबाइल घर पर परिजनों हाथ लग गया। जिसमें उसे ले जाने वाले आरोपी की मां की काल पड़ी मिली। परिजनों ने पता करना शुरू किया तो किशोरी के औरैया में होने की जानकारी मिली। जानकारी जुटाने के बाद परिजन थाने पहुंचे और पुलिस को इसकी सूचना दी। सकते में आई पुलिस बिना परिजनों को जानकारी दिए औरैया के पिरहनी गांव पहुंची और अधेड़ के पास बंधक बनी किशोरी को बरामद कर थाने ले आए।
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नहलाया और पहना दिए साफ कपड़े
पीडि़ता के भाई ने बताया कि पुलिस चुपचाप किशोरी को औरैया से थाना ले आई और नहा धुलाकर साफ कपड़े पहना परिवार के लोगों को उसके मिलने की सूचना देकर थाने बुलाया। परिजनों के थाने पहुंचने पर किशोरी उन्हें देख फफक पड़ी। किशोरी के मिलने के बाद पुलिस ने कार चालक अवधेश उर्फ नरेश निवासी बसंठी, चौबेपुर कानपुर और पडा़ेसी शुभम पर बहला फुसलाकर भगा ले जाने का मुकदमा दर्ज कर ड्राइवर नरेश को जेल भेज दिया। भाई का आरोप है कि पुलिस ने शुभम को बचाने के लिए थाने में ही बिठाये रखा। दो दिन तक किशोरी का मेडिकल भी नहीं कराया। उच्चाधिकारियों के दबाव पर उसका मेडिकल परीक्षण कराया।
मां-बहन के साथ मिलकर रची साजिश
भाई का आरोप है कि आरोपी के साथ उसकी मां और बहन भी पूरे मामले में शामिल रहीं। उसने बताया कि किशोरी का फोन घर में मिला जिसमें आरोपी की मां की काल मिली। शक होने पर पता लगाना शुरू किया गया तो एक-एक कर कडिय़ा सुलझने लगी। पुलिस ने आरोपी की मां और बहन को भी थाने में कुछ दिनों तक बिठाये रखा बाद में छोड़ दिया। शनिवार को मामला तूल पकडऩे के बाद एसओ ने मुख्य आरोपी शुभम को गिरफ्तार किया है।
गांव की अन्य लड़कियों के लापता होने की चर्चा
किशोरी के भाई ने बताया कि उसकी बहन के साथ गांव की तीन अन्य लड़कियां भी लापता हैं। उसने इसी तरह तीनों के बेचे जाने का अंदेशा जताया है। हालांकि मांखी एसओ अनिल सिंह ने किशोरी को बेचे जाने और अन्य किशोरियों के लापता होने की बात से इंकार किया है। उनका कहना है किशोरी को शहर से बरामद किया है।
कलमबंद बयान में उजागर की सच्चाई
मजिस्ट्रेट के सामने दिए गए बयान में किशोरी ने खुद से हुई हैवानियत की दास्तां बयां की। उसने बताया कि शुभम के साथ जाने के बाद हर पल उसका शारीरिक शोषण किया गया। नींद की गोलियां तक उसे दीं गईं। दिन में सिर्फ एक बार खाना दिया जाता था। किशोरी के मिलने के बाद अब लापता अन्य किशोरियों के साथ ऐसा ही कुछ होने की चर्चाएं गांव में बनी रही। घटना से गांव में आक्रोश का माहौल है।