उन्नाव स्टेशन पर रेलवे विजिलेंस टीम का छापा
जागरण संवाददाता, उन्नाव: रेलवे विजिलेंस ने शुक्रवार को उन्नाव रेलवे स्टेशन पर छापे मारे।
जागरण संवाददाता, उन्नाव: रेलवे विजिलेंस ने शुक्रवार को उन्नाव रेलवे स्टेशन पर छापे मारे। मौके से छह वर्दीधारी वेंडर को दबोच लिया। बेचे जाने वाली खाद्य सामग्री की गुणवत्ता जांची। मेडिकल सर्टीफिकेट पूछा तो जवाब नहीं मिला। वेंडर के झुंड को आरपीएफ पोस्ट पर बैठा टीम रिजर्वेशन और बु¨कग आफिस पहुंची। जहां उसने टिकट बना रहे बाबुओं के पास गुल्लक में जमा रकम को खंगाला। दो बाबुओं के पास अतिरिक्त रुपये मिले। जिन्हें मौके से बुक कर दिया गया। दस्तावेज समेटते हुए टीम नीलांचल एक्सप्रेस से लखनऊ लौट गई।
कैग की रिपोर्ट के बाद खानपान पर उठे सवालों का जांचने के लिए रेलवे की विजिलेंस सक्रिय हो चुकी है। प्लेटफार्म और ट्रेनों पर फोकस है। यहां बेचे जाने वाले खानपान को परखने के लिए शुक्रवार मध्याह्न विजिलेंस अधिकारी उन्नाव पहुंचे थे। यहां उन्होंने करीब एक घंटे तक ताबड़तोड़ कार्रवाई की। वर्दी वाले वेंडर को दबोचा तो आसपास अन्य वेंडर भी भाग खड़े हुए। 10 मिनट में प्लेटफार्म पर सन्नाटा पसर गया। मौके से मेडिकल को जांचा तो वह वेंडर के पास नहीं मिला। स्टॉल और कैट¨रग संबंधी जानकारी ली तो जवाब गोलमोल मिला। सभी को संदिग्ध मानते हुए अधिकारियों ने अपनी जांच में लपेट लिया। आरपीएफ पोस्ट पहुंच उन्हें सुपुर्द किया। यहां से कागजी कार्य निपटाते हुए वह स्टेशन परिसर के बु¨कग और रिजर्वेशन काउंटर पहुंचे। जहां उन्होंने यात्रियों की लंबी लाइन देखी। खुद को लाइन में लग वह टिकट बाबू की हकीकत परखने में जुट गए। थोड़ी देर बाद वह सीधा कार्यालय में जा पहुंचे, जहां उन्होंने बाबुओं के काउंटर को खंगालना शुरू कर दिया। इस पर दो बाबू उनके हत्थे चढ़ गए। उनके पास से टिकट बिक्री रकम से ज्यादा रुपये मिले। इस पूरे मामले में स्टेशन स्टाफ ने चुप्पी लगा ली है।