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शहर के जीवन की टूट न जाए डोर

जागरण संवाददाता, उन्नाव : रेल लाइन से दो हिस्से में बंटे शहर को जोड़ने वाले आरओबी पर संकट है। विभागीय

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Feb 2017 01:00 AM (IST)Updated: Mon, 27 Feb 2017 01:00 AM (IST)
शहर के जीवन की टूट न जाए डोर
शहर के जीवन की टूट न जाए डोर

जागरण संवाददाता, उन्नाव : रेल लाइन से दो हिस्से में बंटे शहर को जोड़ने वाले आरओबी पर संकट है। विभागीय लापरवाही के चलते पुल की हालत अत्याधिक खराब हो चुकी है, जो कभी भी हादसे का सबब हो सकती है। जिम्मेदार विभाग भी सालों से बिगड़ी हालत पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। वाहनों का भार और ओवरलो¨डग ने समस्या को और गंभीर बनाया है। ऐसे में ओवरब्रिज का सफर कब संकट भरा हो जाए कुछ पता नहीं। पुल के टूट रहे इस्पेंशन ज्वाइंटों की लगातार दरारें बढ़ती जा रही हैं। कई जगहों पर स्लैब धंस रहा है। इतना सब होने के बाद भी जिम्मेदार विभाग को पुल की हालत सुधारने की फिक्र अब तक न हुई।

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शहर रेलवे पटरी के साथ ही दो हिस्सों में बंटा है। इसे जोड़ने के लिए वैसे तो तीन रास्ते हैं। एक नए आरओबी निर्माण कार्य के चलते बंद है। दूसरा दूर होने के कारण लोगों के लिए मुफीद नहीं रहता। जबकि एक मात्र हरदोई ओवरब्रिज ही बचता है जो शहर के दोनों हिस्सों को जोड़ता है। इन दिनों वाहनों का लोड अधिक हो जाने के कारण ओवरब्रिज पर जाम की समस्या आम हो गई है। इतना ही नहीं ओवरलोड वाहनों की आवाजाही भी अत्याधिक है। इससे पुल की हालत खराब होती जा रही है। इन दिनों ओवरब्रिज के इस्पेंशन ज्वाइंट टूटने के साथ ही बड़ी बड़ी दरारे लगातार बढ़ती जा रही हैं। इतना ही नहीं पुल के कुछ हिस्से की स्लैब भी काफी खराब हालत में पहुंच चुकी है। ऐसे में पुल से गुजर रहे ओवरलोड वाहन आरओबी की हालत को और भी अधिक खराब कर रहे हैं। इसके बाद भी जिम्मेदारों की चुप्पी समझ से परे है। लोगों का कहना है कि जिस तरह से पुल की स्लैब और ज्वाइंट में खामियां आ रही हैं उन्हें देखते हुए पिलर आदि भी बहुत अधिक समय तक चलने वाले नहीं रह जाएंगे।

मरम्मत के नाम पर होती खानापूर्ति : शहर के हरदोई रोड आरओबी की हालत काफी समय से खराब है लेकिन देखरेख करने वाले लोक निर्माण विभाग द्वारा हर बार इस्पेंशन ज्वाइंटों पर गिट्टी तारकोल कर मिश्रण डाल कर उसे मरम्मत के नाम पर केवल लीपापोती कर देते हैं। जो कुछ ही दिन बाद फिर से उसी हालत पर पहुंच जाता है। वर्तमान में भी पुल की हालत अत्याधिक खराब होने के बाद भी उसपर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

वीआईपी काफिलों का रूट फिर भी उपेक्षा : हरदोई ओवरब्रिज से लगभग हर दिन जिले के प्रशासनिक अधिकारी और नेताओं के वाहनों का रेला हर दिन गुजरता है। ओवरब्रिज के गढ्डों से वाहन सवार वीआईपी को झटके भी लगते हैं। बीते दिनों मतदाता जागरूकता अभियान में निकाली गई रैलियों के दौरान अधिकारियों ने इस ओवरब्रिज पर पैदल भी सफर किया इसके बाद भी किसी की नजर उसपर नहीं पड़ी।

चार माह पहले ही की गई थी लीपापोती : आरओबी की जर्जर हालत को लेकर लगभग पांच माह पहले जागरण के अभियान के बाद लोनिवि पुल की मरम्मत का काम शुरू कराया, लेकिन थोड़े ही दिनों में वह फिर से पुरानी हालत में पहुंचने लगा।

आरओबी से जुड़ी कुछ बातें..

- रेलवे पटरी के कारण बंटे शहर को जोड़ने का एक मात्र माध्यम फिलहाल आरओबी है।

- प्रतिदिन गुजरते हैं हजारों चौपहिया व भारी वाहन, फिर की जा रही है अनदेखी।

- हरदोई जाने वाला भी एक मात्र मार्ग होने से भारी वाहनों की अत्याधिक है आवाजाही।

- मुख्यालय आने वाले वीआईपी वाहन भी इसी मार्ग से होकर गुजरते हैं।

- पचास वर्ष पहले हुआ था पुल का निर्माण, उसके बाद से नहीं हुई मरम्मत।

- कचहरी रेलवे क्रा¨सग पर आरओबी का निर्माण शुरू होने से हरदोई आरओबी पर वाहनों की संख्या ढाई गुना अधिक हुई।

अभी जल्दी ही आया हूं, चुनाव पड़ जाने के कारण कुछ काम नहीं हो पाया है। पुल पर यदि इस तरह की समस्या है तो उसे दिखवा कर मरम्मत कराई जाएगी।

- एसके ¨सह, अधिशासी अभियंता निर्माण खंड लोनिवि।


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