टूटी पटरी से धड़धड़ाते गुजरीं ट्रेनें
- गैंगमैन ने सूचना दी तो रेलवे के अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए - आनन-फानन एक घंटे का ब्लाक लेकर
- गैंगमैन ने सूचना दी तो रेलवे के अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए
- आनन-फानन एक घंटे का ब्लाक लेकर कराई टूटी पटरी की वे¨ल्डग
संवाद सहयोगी, शुक्लागंज (उन्नाव): गंगाघाट रेलवे स्टेशन के निकट टूटी पटरी पर ट्रेनें फर्राटा भरती रहीं और किसी भी विभागीय अफसर को इसकी भनक तक नहीं लगी। ट्रैक की निगरानी कर रहे गैंगमैन की जब इस पर नजर पड़ी तो उसने इसकी जानकारी अफसरों को दी। आनन-फानन एक घंटे का ब्लाक लेकर पटरी की वे¨ल्डग कराई गई। इसके बाद रेल यातायात सुचारु किया गया।
गुरुवार दोपहर करीब एक बजे गंगाघाट रेलवे स्टेशन से करीब तीन किमी की दूरी पर एक गैंगमैन लखनऊ-कानपुर रेलमार्ग स्थित डाउन ट्रैक की जांच कर रहा था। तभी उसे पटरी में क्रैक दिखाई पड़ा। इसके बाद अधिकारियों ने दोपहर 2:25 से 3:25 बजे तक का एक घंटे का ब्लाक लिया। कर्मचारियों व अधिकारियों ने मिलकर रेल पटरी को वे¨ल्डग करा कर ठीक करा दिया। रेल पथ निरीक्षक मंजीत ने बताया कि रेल पटरी की वे¨ल्डग कराकर उसे दुरुस्त करा दिया गया है। इस दौरान एक घंटे तक कानपुर से लखनऊ जाने वाली डाउन लाइन बाधित रही।
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समय से नहीं पहुंचीं कई ट्रेनें
पटरी की मरम्मत किए जाने के चलते बालामऊ पैसेंजर प्रभावित हो गई। बालामऊ का गंगाघाट रेलवे स्टेशन पर पहुंचने का समय 2:50 बजे का है, लेकिन ब्लाक की अवधि 3:25 तक होने ट्रेन ब्लाक खत्म होने के बाद पहुंच सकी। इसके अलावा कई अन्य ट्रेनें भी अपने समय से काफी लेट पहुंचीं।
अधिकारियों ने पहले ही चेताया था
बीते दो दिनों के निरीक्षण के दौरान पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य संरक्षा अधिकारी एनके अम्बिकेश ने रेलवे ट्रैक को बेहद जर्जर व खराब बताया था। उन्होंने इस ट्रैक पर ट्रेनों का संचालन होने तक को सुरक्षित नहीं माना था। इसमें अधिकारी ने खामियों की बात स्वीकार की थी। उन्होंने छमक नाली के पास मालगाड़ी के बेपटरी होने में भी ट्रैक की कमी होने की ही बात स्वीकारी थी।