गोवंश के वध का नहीं थम रहा सिलसिला
जागरण संवाददाता, उन्नाव : गोकशी की घटनाओं पर भले ही मुख्यमंत्री सख्त हों, पर पुलिस इसे नया नहीं मानत
जागरण संवाददाता, उन्नाव : गोकशी की घटनाओं पर भले ही मुख्यमंत्री सख्त हों, पर पुलिस इसे नया नहीं मानती है। गोकशी हुई तो थानाध्यक्ष निलंबित, योगी की इस चेतावनी के बाद भी पुलिस पर कोई असर नहीं दिख रहा है। पुरवा, हसनगंज बांगरमऊ, अजगैन समेत अन्य जगहों पर लगातार गोकशी की घटनाएं हो रही हैं, बावजूद इसके न ही पुलिस का ढर्रा बदला और न ही थानेदारों पर कोई कार्रवाई। जनभावनाओं के दबाव में पुलिस ने मिले अवशेषों के सैंपल लेकर मुकदमा तो दर्ज किया पर एक भी आरोपी को चिह्नित कर कार्रवाई नहीं की। जिसके चलते गोकशी की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।
स्लाटर हाउसों का खेल लाइसेंस की आड़ में चल रहा है। यहां तो खुलेआम अवैध तरीके से गोवंशीय पशुओं की हत्या की जा रही है और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। मुख्यमंत्री की इतनी सख्ती के बाद भी पुलिस अवैध खेल को रोकने में नाकाम है। पांच थाना क्षेत्रों में अलग-अलग जगहों पर गोवंशीय पशुओं की हत्या कर अवशेष फेंके गए। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कागजी कोरम तो पूरा किया पर गिरफ्तारी एक की भी नहीं की। अभी तक एक भी ऐसा मामला सामने नहीं आया जिसमें पुलिस ने किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी की हो। जानकारों का मानना है कि पुलिस गिरफ्तारी करना ही नहीं चाहती। जो खेल चल रहा है उसमें कहीं न कहीं पुलिस की भूमिका संदिग्ध है। कप्तान नेहा पांडेय की ओर से अब तक ऐसी कोई कार्रवाई नहीं हुई जिससे लगता कि जिला पुलिस मुख्यमंत्री के निर्देश पर गंभीर है। इतनी घटनाओं के बाद निलंबन या दूसरी दंडात्मक कार्रवाई तो दूर एसपी द्वारा किसी भी थानाध्यक्ष से जवाब तलब तक नहीं किया गया।
इन जगहों पर मिले अवशेष
- पुरवा कोतवाली क्षेत्र में 6 मई को मंशाखेड़ा पुल के नीचे और 11 मई को घूरखेत के जरगांव में नहर माइनर पर गोवंशीय पशुओं के अवशेष मिले। पुलिस मौके पर गई पर और अवशेष कई दिन पुराने बता न ही उन्हें दफनाना उचित समझा और न ही कोई कार्रवाई ही मुनासिब समझी।
- अजगैन थाना क्षेत्र के कोरारा गांव के बाहर जगदीश और बुद्धीलाल की बाग में कुछ दिन पहले गोवंशीय पशुओं के कटे सिर और खाल पड़ी मिली। इसी तरह 23 मई को अजगैन के जंसार में वनविभाग के जंगल में 7 गोवंशीय पशुओं के अवशेष मिलने से तनाव उत्पन्न हुआ। रिपोर्ट तो दर्ज हुई पर गिरफ्तारी एक की भी नहीं।
- 19 मई को हसनगंज के हाजीपुर तरेहा और मोहिनीखेड़ा के बीच मिले गोवंशीय पशुओं के अवशेष और खाल। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से अवशेष जमीन में दफन करा अज्ञात लोगों के विरुद्ध पशु क्रूरता अधिनियम के तहत दर्ज किया मुकदमा। अभी तक किसी की नहीं हुई गिरफ्तारी।
सीएम का फरमान भी ताक पर
गोकशी की घटनाओं पर योगी सरकार ने सीधे संबंधित थानाध्यक्ष को निलंबित करने का फरमान जारी किया था। निर्देश जारी होने के बाद जिले में अलग-अलग जगहों पर पांच घटनाएं हुईं। एसपी नेहा पांडेय ने अजगैन की घटना में थानाध्यक्ष की जगह हल्का इंचार्ज के साथ दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया। जिससे योगी के फरमान पर मातहतों के प्रति एसपी की मेहरबानी चर्चा का विषय बनी है। एसपी ने बताया कि कड़ी हिदायत देकर थानाध्यक्षों को अंतिम मौका दिया गया है, इस बार गोकशी हुई तो सीधे संबंधित एसओ पर कार्रवाई होगी।
क्या बोले भाजपा जिलाध्यक्ष
प्रभारी मंत्री रमापति शास्त्री को जिले में लगातार हो रही गोकशी की घटनाओं के बारे में जानकारी दी गई है। मुख्यमंत्री से बड़ा कोई नहीं, न मैं और न ही कोई प्रशासनिक अधिकारी। जो भी अवहेलना करेगा शासन स्तर से कार्रवाई होगी।
- श्रीकांत कटियार, भाजपा जिलाध्यक्ष