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छापे में बंद मिले स्लाटर हाउस

जागरण संवाददाता, उन्नाव : पिछले दो दिनों से स्लाटर हाउसों की चल रही जांच सोमवार को तीसरे दिन भी ज

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Mar 2017 09:20 PM (IST)Updated: Mon, 27 Mar 2017 09:20 PM (IST)
छापे में बंद मिले स्लाटर हाउस
छापे में बंद मिले स्लाटर हाउस

जागरण संवाददाता, उन्नाव : पिछले दो दिनों से स्लाटर हाउसों की चल रही जांच सोमवार को तीसरे दिन भी जारी रही। डीएम द्वारा गठित जांच टीम ने वसीरतगंज और बंथर स्थित औद्योगिक इकाइयों पर शासन के द्वारा दिए गए मानकों के आधार पर जांच करते हुए उसकी साक्ष्य जुटाए। इस दौरान दोनों ही इकाइयों में मौजूद अधिकारियों के चेहरों की हवाइयों उड़ी रही। इंडाग्रो फूड्स में रविवार को सुरक्षा कर्मियों के संग हुई हाथापाई को देखते हुए पीएसी बल भी जांच टीम का हिस्सा बना। इससे हड़कंप की स्थित बनी रही। पूरे समय अटकलों का दौर बना रहा। वहीं फैक्ट्री में छापेमारी के दौरान चर्चाओं का भी बाजार गर्म देखा गया।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के निर्देश पर स्लाटर हाउसों की जांच शुरू हुई। सोमवार को अतिरिक्त मजिस्ट्रेट विनय कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में गठित जांच टीम पीएसी बल की निगरानी में हाईवे पर वसीरतगंज के निकट स्थित मैस एग्रो फोस फूड का निरीक्षण करने के लिए पहुंची। निरीक्षण के तय कार्यक्रम की सूचना थी इससे फैक्ट्री के अंदर का माहौल बिल्कुल चौकस नजर आया। अधिकारियों से फैक्ट्री में प्रवेश करते हुए निरीक्षण की औपचारिकता शुरू हुई। चे¨कग दस्ते के साथ पीएसी बल देख प्रबंधक भी पसीना पसीना नजर आया। कुछ देर तक फैक्ट्री के प्रशासनिक अनुभाग में बैठकर दस्तावेज मांगे, पहले तो उन्हें उपलब्ध कराने में काफी वक्त लगा। इसके बाद जब जांच शुरू हुई तो प्रदूषण, स्लाटर में निकलने वाले पशुओं के अपशिष्ट के निस्तारण, पानी, पशुओं को लाने ले जाने के ट्रांसपोर्ट आदि के साक्ष्य जुटाने शुरू किये। काफी देर बाद पुलिस ने इसकी छानबीन शुरू की। इस दौरान फैक्ट्री में मौके पर 39 पशु बंधे मिले। लेकिन स्लाट¨रग कार्य पूरी तरह से ठप पाया गया। हालांकि टीम ने सभी तरफ जांच की और कुछ ¨बदुओं पर असंतोष प्रकट किया। वह भी तब जबकि चे¨कग की पूर्व सूचना के कारण पूरी तैयारी गई थी।

अचलगंज: दोपहर चे¨कग दस्ता मैस स्लाटर हाउस का निरीक्षण करने के बाद बंथर स्थित जेएस इंटर नेशनल पहुंचा। कुछ वक्त पहले ही जेएस समूह द्वारा इसे हिन्दरंगों समूह के बेचा दिया गया है। टीम को यहां पर भी पशुओं के स्लाटर का काम देखने को नहीं मिला। इसके बाद भी शासन के निर्धारित मानकों के आधार पर दिये गए ¨बदुओं की जांच शुरू की। चिकित्सकीय प्रमाण पत्र, पर्यावरण प्रदुषण, ग्रीन बेल्ट की जांच के अभिलेख खंगाले। वैधता प्रमाणपत्र सहित अभिलेखों की छायाप्रति भी प्रबंध मांगी।

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चर्चाओं का बाजार रहा गर्म

वसीरतगंज स्थित इकाई मैस में छापे की सूचना के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। जानकारों की सूत्रों की मानी जाए तो फैक्ट्री के गेट नंबर वन से चे¨कग दल के अंदर होने के दौरान कुछ श्रमिकों को निकालने और बाल श्रमिकों से काम लेने की आम चर्चा रही। हालांकि फैक्ट्री में वह नहीं मिले। इतना ही नहीं फैक्ट्री के पिछले गेट के बाहर भी कुछ लोगों को अलग बैठाए जाने की आम चर्चा रही। हालांकि इस सब के बीच फैक्ट्री प्रबंधन ने ऐसी किसी घटना की जानकारी से इन्कार किया।


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