फुटकर के चलते दोपहर तक रहा जाम
नवाबगंज, संवाद सूत्र : लखनऊ कानपुर हाईवे पर पड़ने वाला टोल बैरियर जाम से निजात नहीं दे रहा है। रविवार
नवाबगंज, संवाद सूत्र : लखनऊ कानपुर हाईवे पर पड़ने वाला टोल बैरियर जाम से निजात नहीं दे रहा है। रविवार को भी दोपहर तक लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ा। इस बीच करीब एक किमी लंबा जाम लगा रहा। दोनों छोरों पर जाम में फंसे वाहनों को केवल टोल बूथ पर पर्ची लेने में ही 8 से 10 मिनट का समय लगा। जहां वाहन सवार लोगों का आरोप है कि बूथों पर फुटकर पैसों का पर्याप्त प्रबंध नहीं है। इसी कारण से समस्या लगातार गंभीर होती जा रही है। शनिवार भोर पहर से शुरू हुई समस्या रविवार को भी पूरे दिन बनी रही। इस बीच जाम में फंसे लोगों को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा। तब जाकर कहीं लोग टोल बूथ क्रास करके आगे निकल सके।
हाईवे पर नवाबगंज के निकट पड़ने वाले एनएच-25 के टोल बैरियर का संचालन नोट पर लगे प्रतिबंध के बाद से 23 दिनों तक पूरी तरह ठप रहा। शुक्रवार-शनिवार की रात से इसे फिर से शुरू किया गया। शनिवार सुबह से लगा जाम रविवार को भी दोपहर दो बजे तक लगा रहा। इसके बाद धीरे धीरे जाम की स्थित सामान्य होना शुरू हुई। इस दौरान दिनभर लोगों को एक किमी क्षेत्र में लगे जाम से जूझना पड़ा। दूसरे दिन भी जहां पर्याप्त फुटकर करेंसी का प्रबंध नहीं दिखाई पड़ा। इसके चलते लोगों को टोल शुल्क अदा कर रसीद लेने में ही 8 से 10 मिनट का समय लगा। इसी कारण से वाहनों की कतार लगातार बढ़ती चली गई। हालांकि यह समस्या शाम चार बजे के बाद सामान्य हो गई, और जाम में फंसे वाहनों ने रफ्तार मिल सकी।
टोल मैनेजर एसएस चौहान के मुताबिक धीरे धीरे स्थित सामान्य होने लगी है। अभी तक दूसरे रूट के वाहन भी टोल बंद होने के कारण हाईवे से होकर निकल रहे थे। इसी से वाहनों की संख्या अधिक हो गई थी। फुटकर का अधिक से अधिक प्रबंध किया जा रहा है। साथ ही मोबाइल बूथ भी चालू कर दिए गए हैं। ताकि बैरियर पर अधिक समय न लगे।
अप्रशिक्षित कर्मचारी भी बने है मुसीबत : टोल बैरियर के संचालन में सबसे महत्वपूर्ण कड़ी बूथ पर बैठे कर्मचारी होते हैं, लेकिन नवाबगंज टोल पैर तैनात कर्मचारियों में पूर्ण रूप से प्रशिक्षित न होना भी एक समस्या का कारण बना हुआ है। इसी कारण से बूथ से एक वाहन को आगे निकालने में 8 से 10 मिनट तक का समय लग जाता है। जो जाम का रूप देने के लिए पर्याप्त है।
500 की नोट पर चालू है झिकझिक : रविवार को भी टोल पर फुटकर करेंसी की समस्या रही। जिसके चलते बूथ पर बैठे कर्मचारियों ने नोट पर्ची थमा दी। वहीं तमाम वाहन सवार अभी भी 60 से 100 रुपये के टोल को चुकाने में 5 सौ रुपए का नोट थमाने में लगे हैं। इससे भी टोल पर काफी देर तक कर्मचारी और वाहन सवार के बीच झिकझिक होना बना रहता है। जिसके चलते यह समस्या और भी अधिक गंभीर रूप लिए रहती है।
डिजिटल पेंमेंट सुविधा से अभी भी दूर : टोल पर जाम की समस्या से न जूझना पड़े इसके लिए टोल पर फास्ट टैग और डेबिट और क्रेडिट कार्ड से भुगतान की सुविधा शुरू की गई है। लेकिन नवाबगंज टोल बैरियर पर यह सुविधा बस नाम के लिए ही बची है। रविवार को दिन भर में मात्र 53 दुपहिया वाहन सवार लोगों ने डेविट और क्रेडिट की सुविधा ली। जबकि फास्ट टैग कार्ड लगा कर निकलने वाले मात्र 23 वाहन ही टोल से गुजरे। बाकी के वाहन नगद भुगतान की प्रक्रिया से ही टोल क्रास कर सके।