सुहाने सफर पर क्रासिंग का ब्रेक
उन्नाव, जागरण संवाददाता : कानपुर वासियों के लिए लखनऊ के सुहाने सफर पर सरैया क्रासिंग ब्रेक लगा रही ह
उन्नाव, जागरण संवाददाता : कानपुर वासियों के लिए लखनऊ के सुहाने सफर पर सरैया क्रासिंग ब्रेक लगा रही है। हाल देखिये, दोपहर करीब 12.30 बजे चिलचिलाती धूप के बीच लखनऊ जाने के लिए सरैया क्रासिंग खुलने का इंतजार कर रहे लोग बेसब्र हो रहे थे। किसी को विमान पकड़ना था तो किसी की मीटिंग विलंबित हो रही थी। बगल में करीब 40-50 टन लादे खड़े डंपर के हिलने से ही उन्हें जान भी जोखिम में दिख रही थी। आखिर ट्रेन निकली और क्रासिंग खुलते ही उसके बंद होने की आशंका में निकलने की आपाधापी शुरू हो गयी।
सिंगल क्रासिंग, उस पर ऊंचा खाली और खराब रास्ता तथा ओवरलोड ट्रक व डंपरों के बीच पहले निकलने की होड़ में जाम जैसे हालात बन गये तो चिल्लाहट शुरू हुई। अंतत: किसी तरह पार हुए तो जान में जान आयी। तब तक 45 मिनट से अधिक का समय बीत चुका था।
सरैया क्रासिंग पर ऐसे हालात रोज थोड़ी थोड़ी देर में बनते हैं। इस रूट पर करीब 150 ट्रेनों का प्रतिदिन आवागमन होता है। इसलिए कुछ मिनट खुलने के बाद ही क्रासिंग बंद करने की नौबत आ जाती है। तब तक क्रासिंग के दोनों ओर छोटे बड़े वाहनों की कतार लग जाती है।
कानपुर से लखनऊ व उन्नाव जाने और उधर से आने वालों के लिए यूं तो ये मार्ग मुफीद है। बस दुश्वारी है तो क्रा¨सग की। वाहन बढ़े और ट्रेनों के संचालन में अक्सर बाधा आने लगी तो रेलवे ने नया थोड़ा चौड़ा गेटबूम जरूर लगा दिया, लेकिन पुराने के अवशेष अब भी ट्रैफिक को उलझा रहे हैं। औसतन तीन से चार मिनट में बंद हो जाने वाली क्रा¨सग से साढ़े पांच लाख यूनिट वाहन (एक वाहन में पांच लोग) का ¨सगल लेन की रोड से गुजरना मुश्किल हालात पैदा करते हैं। बीच में ओवरलोड डंपर और अत्यधिक ऊंचाई तक लदे बड़े बड़े ट्रकों के बीच से निकलना दुर्घटना को दावत देने के समान है। कानपुर जा रहे लखनऊ के गारमेंट्स कारोबारी देवेंद्र गुप्ता तीसरी बार कार से इधर से गुजरे पर अब इस रास्ते से तौबा कर ली। बोले, जान का जोखिम लेने अच्छा तो विलंब से पहुंचना है, आगे से जाजमऊ होकर ही कानपुर आएंगे जाएंगे।
दुश्वारी के कारण
- रेलवे क्रा¨सग सिंगल लेन और ऊंचाई के साथ दोनों ओर बेहद खराब सड़क।
- हाइट गेज से दो भारी वाहन आमने-सामने होने पर जाम जैसे हालात।
- पुराने लगे बूम और लाक प्वाइंट न हटने से भी सड़क सिकुड़ी।
..तो हो सकती है कुछ राहत
- पुराने बूम व लाक प्वाइंट को हटाने भर से सड़क को 6 से 8 फिट चौड़ा किया जा सकता।
- हाइट गेज की चौड़ाई दो लेन की होने पर दोनों ओर का ट्रैफिक फंसेगा नहीं।
- दोनों ओर जितनी चौड़ी सड़क उतना ही चौड़ा रास्ता दोनों गेट के बीच में भी हो।
- गेट से पहले और रेल ट्रैक के बीच के हिस्से की सड़क हो गड्ढों से मुक्त।