डॉक्टरों को नोटिस जारी कर मांगा स्पष्टीकरण
उन्नाव, जागरण संवाददाता : गुरुवार को मानवाधिकार एसोसिएशन सदस्य की शिकायत पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी
उन्नाव, जागरण संवाददाता : गुरुवार को मानवाधिकार एसोसिएशन सदस्य की शिकायत पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा की गई छापा मारी में होम्योपैथिक चिकित्सक द्वारा बिना पंजीकरण के क्लीनिक चलाने और लखनऊ के एक नामी मनोरोग चिकित्सक के नाम पर इलाज करने तथा नारकोटिक्स एक्ट के तहत आने वाली दवाएं मिलने का मामला खुलकर आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई तेज कर दी है। शुक्रवार को होम्योपैथिक चिकित्सक को नोटिस थमा तीन दिन में जवाब मांगा है। उधर लखनऊ के मनोरोग चिकित्सक को भी नोटिस भेज यह पूछा हैं कि ऑन लाइन इलाज का क्या कोई अनुबंध किया था, अगर किया था तो उसका प्रमाण प्रेषित करें।
सीएमओ डॉ. बीएन श्रीवास्तव ने बताया कि एक ही नहीं छापे में कई कमियां मिली हैं। सीएमओ ने बताया कि क्लीनिक संचालक पंजीकरण नहीं दिखा सका, मेडिकल स्टोर में नारकोटिक्स एक्ट के तहत आने वाली दवाओं की बिक्री और उन्हें सजेस्ट करने वाले डाक्टरों का पर्चा भी नहीं मिला। नोटिस में इन्हीं ¨बदुओं पर बीएचएमएस डिग्री धारक डॉक्टर से जवाब तलब किया गया है। उन्होंने कहा कि तीन दिन के अंदर जवाब न मिलने पर रिपोर्ट दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि लखनऊ के मनोरोग चिकित्सक को भी पत्र भेजकर पूछा है कि क्या ऑनलाइन इलाज करने का कोई अनुबंध किया था। अगर डॉक्टर ने अनुबंध का प्रमाण नहीं दिया तो तीन दिन बाद नारकोटिक एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।