कंफर्म टिकट पर अपने को भी कर सकेंगे सफर
उन्नाव जागरण संवाददाता : आपके पास कंफर्म रेलवे टिकट है, पर किसी कारण से सफर नहीं कर पा रहे तो परेशान
उन्नाव जागरण संवाददाता : आपके पास कंफर्म रेलवे टिकट है, पर किसी कारण से सफर नहीं कर पा रहे तो परेशान होने की जरूरत नहीं है कि आपका कंफर्म टिकट बेकार हो जाएगा। प्रभु ने एक और बड़ा फैसला लेते हुए कंफर्म टिकट पर अपनों को सफर कराने की सहूलियत का तोहफा दिया है। यानि कि अब आपकी टिकट पर आपके अपने सफर तय कर सकेंगे। जिसके लिए महज कुछ कागजी औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी। बस टिकट पर एक ही बार नाम बदलने का मौका मिल सकेगा।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु आए दिन रेलवे को हाईटेक करने के साथ ही यात्री सुविधाओं को भी नया कलेवर दे रहे हैं। अक्सर कंफर्म टिकट होने के बाद लोगों को यात्रा रद्द करनी पड़ती है। ऐसे में टिकट बेमतलब साबित होती है, साथ ही आर्थिक नुकसान भी झेलना होता है। लोग चाहकर भी किसी और को सफर नहीं करा पाते थे। अब ये मुश्किल 1 जुलाई से खत्म हो रही है। कंफर्म टिकट धारक खून के रिश्ते रखने वाले किसी भी सगे- संबंधी को टिकट ट्रांसफर कर सकता है। बर्थ एलॉट करवाने के लिए जो व्यक्ति सफर करना चाहेगा। उसका टिकट धारक के राशन कार्ड या अन्य अभिलेखों में नाम दर्ज होना चाहिए। बर्थ ट्रांसफर के लिए कंफर्म टिकट धारक को 24 घंटे पहले रिजर्वेशन टिकट ¨वडो या ऑनलाइन आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा।
सरकारी कर्मचारियों व छात्रों को भी तोहफा
रेलमंत्री ने सरकारी कर्मचारियों भी नए नियम की सौगात दी है। यदि किसी सरकारी कर्मचारी के पास रेल का कंफर्म टिकट है और वो यात्रा रद्द करना चाहता है तो शौक से कर सकता है। क्योंकि उस यात्रा का लाभ किसी अपने को दे सकता है। बस कंडीशन ये रखी गई है कि सफर करने वाला व्यक्ति भी सरकारी कर्मचारी हो। बर्थ एलॉट करवाने के लिए दोनों को सैलरी स्लिप या अन्य दूसरे कागजात रजिस्टर्ड करने होंगे जो ये शो करें कि दोनों व्यक्ति सरकारी कर्मचारी हैं। साथ ही 24 घंटे पहले सीनियर रिजनल मैनेजर (सीआरएम) रेलवे को लिखित आवेदन करना होगा। तो वहीं विश्वविद्यालय छात्र को भी नई गाइड लाइन में तरजीह देते हुए कंफर्म टिकट ट्रांसफर करने का मौका दिया गया ह। जिसके लिए छात्रों को यूनिवर्सिटी हेड से 48 घंटे पहले लिखित आवेदन कराना होगा।