सीएचसी निर्माण में बीडीओ आवास अटका रहा रोड़ा
फतेहपुरचौरासी, संवादसूत्र: फतेहपुर चौरासी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को उच्चीकृत कर सामुदायिक स्
फतेहपुरचौरासी, संवादसूत्र: फतेहपुर चौरासी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को उच्चीकृत कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाने में भूमि न मिलने की बाधा समाप्त हो सकती है। पीएचसी की भूमि ही सीएचसी भवन निर्माण के लिए पर्याप्त है लेकिन बीडीओ आवास रोड़ा बन है।
यदि बीडीओ आवास की भूमि स्वास्थ्य विभाग को सौंप दी जाए तो सीएचसी के निर्माण में अटका भूमि की कमी का रोड़ा समाप्त हो जाएगा।
पीएचसी प्रभारी ने इस आशय का प्रस्ताव सीएमओ को दिया था जिसे सीएमओ ने डीएम को भेज भूमि की मांग भी कर चुकी हैं। क्षेत्रीय नागरिकों की माने तो सीएचसी के निर्माण में बीडीओ आवास ही प्रमुख रोड़ा है।
फतेहपुर चौरासी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को उच्चीकृत कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने के लिए स्वीकृति मिलने के साथ साथ धन आवंटन भी हो चुका है। किन्तु तहसील प्रशासन उक्त भवन बनाने के लिए अब तक भूमि उपलब्ध नही करा सका है। स्वास्थ्य केंद्र के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व में तहसील प्रशासन द्वारा कठिघरा के पास सड़क से काफी दूर भूमि दी जा रही थी। जिसको स्वास्थ्य विभाग ने सड़क से दूर होना बताकर लेने से इंकार कर दिया था। जिसके बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से एक प्रस्ताव बनाकर भेजा गया। जिसमें हवाला दिया गया था कि अस्पताल भवन ओपीडी, लैब, ओटीवार्ड, कार्यालय, कोल्ड चैन, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन यूनिट रूम, कार्यालय, टाईप टू तीन आवास व चालक, वार्ड बॉय, स्वीपर, दाई, एएनएम, एच.बी. आदि आवास जिस भूमि में बने है उस भूमि में बीच में एक बीडीओ आवास बना है। यदि उक्त आवास न हो तो काफी जर्जर हो चुके अस्पताल के इन आवासों व भवन को हटाकर इसी भूमि में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना आसानी से की जा सकती है। अस्पताल सूत्रों ने यह भी बताया कि यदि मुख्य चिकित्साधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी के पास भेजे गये प्रस्ताव के तहत उक्त बीडीओ अस्पताल प्रशासन को दे दिया जाए तो इसी भूमि में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनकर तैयार हो जायेगा। उधर क्षेत्र के कुछ जानकार लोगों ने बताया कि ग्राम पंचायत काजीपुर बंगर के चारागाह की भूमि और फतेहपुर चौरासी ग्रामीण की भूमि काली-मिटटी दबौली मार्ग पर पर्याप्त तौर पर पड़ी है। यह भूमि भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए उपयुक्त हो सकती है। इस संबंध में प्रभारी चिकित्साधिकारी अशोक वर्मा ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के भवनों को हटाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बन सकता है किन्तु प्रस्ताव पूर्व में भेजा गया है कि नही यह मेरी जानकारी में नही है।