फर्राटे के सफर में नहीं होगी हरियाली
उन्नाव, जागरण संवाददाता: कानपुर से उन्नाव के बीच का सफर मिनटों में पूरा हो इसके लिए मुख्यमंत्री का ड
उन्नाव, जागरण संवाददाता: कानपुर से उन्नाव के बीच का सफर मिनटों में पूरा हो इसके लिए मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट रफ्तार पकड़ चुका है। फोर लेन तैयार करने में लगे लोकनिर्माण विभाग के कार्य क्षेत्र में रोड़ा बन रहे मकानों को गिरवाने में जिला प्रशासन सतर्क नजर आ रहा है। सैकड़ों की संख्या में मकान गिरे और गिराए जा रहे हैं। इस सब के बाद अब बारी है इस क्षेत्र में पड़ने वाली हरियाली की। औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण वर्षों से प्रदूषण कम कर रही उन्नाव शुक्लागंज के बीच पड़ने वाली हरियाली भी अब अधिक दिन लोगों को पर्यावरण प्रदूषण से नहीं बचा पाएगी। हालांकि अभी तक इस हरियाली के लिए जिम्मेदार केंद्रीय पर्यावरण समिति ने अपना कोई निर्णय नहीं दिया है लेकिन पीडब्ल्यूडी इन पेड़ों को गिरवाने के लिए पूरी तैयारी कर चुका है।
फोरलेन बनने के कारण राजधानी मार्ग पर शुक्लागंज से अचलगंज तिराहा के मध्य सड़क के दोनों किनारों पर पड़ने वाले लगभग 12 किमी क्षेत्र में को फोर लेन के साथ साथ दोनों ओर साइकिल पथ बनवाने का काम चल रहा है। इस निर्माण में अड़चन बन रहे लगभग दो हजार पौधों को काटने के लिए विभाग ने चिह्नित कर लिया है। अब ¨चहित किए गए पौधों को कटवाने के लिए विभाग को केंद्रीय पर्यावरण समिति वन विभाग और की हरी झंडी का इंतजार है। खास बात यह है कि अभी तब अवरोध बन रहे पेड़ काटे जाएंगे या नहीं इसका कुछ पता नहीं है। कारण निर्णय केंद्रीय समिति के हाथों में है। बिजली विभाग द्वारा दो वर्ष पहले मांगी गई अनुमति का अब तक कुछ भी पता नहीं चला है। ऐसे में लोकनिर्माण विभाग की तैयारी फिलहाल अनिर्णय की स्थित में फंसी हुई है। यदि आगे केंद्रीय बैठक के बाद पेड़ कटने का आदेश मिलता है तो वह उक्त 15 किमी सड़क मार्ग पर लोगों को हवा व स्वच्छ वातावरण तो दूर छांव तक नसीब नहीं होगी। पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता एपी ¨सह ने बताया राजधानी मार्ग पर फोरलेन का निर्माण चल रहा है। अचलगंज तिराहे से शुक्लागंज तक जो भी भवन आड़े आ रहे हैं, उन्हें हटवाया जा रहा है। सड़क के निर्माण के रास्ते में रोड के दोनो किनारों पर लगे दो हजार वृक्ष आड़े आ रहे हैं। उन्हें भी कटवाया जाएगा। इसके लिए भारत सरकार की पर्यावरण समिति वन विभाग को जल्द इन पेड़ों को रास्ते से हटाए जाने के निर्देश देगी। उसकी बैठक होनी है। जिसमें जल्द ही इस पर निर्णय ले लिया जाएगा।
राहगीरों को नसीब नहीं होगी छाया
अभी जिस राजधानी मार्ग पर राहगीरों को पेड़ों की हरियाली की वजह से भरपूर छाया मिल रही है वह इन पेड़ों के काट दिए जाने से अब कई बरसों तक नहीं मिल सकेगी। इस मार्ग की हरियाली तमाम साइकिल सवारों व पैदल चलने वाले राहगीरों को हर मौसम में राहत देती थी। लेकिन जब यह हरियाली समाप्त हो जाएगी तो राहगीरों को सफर के दौरान कहीं पर भी सिर छुपाने की जगह नहीं मिलेगी।