महिला उत्पीड़न में त्वरित कार्रवाई जरूरी
उन्नाव, जागरण संवाददाता: राज्य महिला आयोग की सदस्य अरुणा त्रिवेदी ने बुधवार को लोक निर्माण विभाग के
उन्नाव, जागरण संवाददाता: राज्य महिला आयोग की सदस्य अरुणा त्रिवेदी ने बुधवार को लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में उत्पीड़न की शिकार महिलाओं की समस्याओं को सुना। उन्होंने आश्वासन दिया कि आयोग उनको न्याय दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा प्रदेश में महिला उत्पीड़न की रोकथाम और पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए ही जन सुनवाई कार्यक्रम चलाया जा रहा है। उन्नाव में महिला उत्पीड़न मामलों में अफसरों को त्वरित कार्रवाई को कहा है।
उन्होंने मौजूद पुलिस अधिकारियों से नाराजगी जतायी कि महिला उत्पीड़न के समय से आख्या न आने से बड़ी संख्या में मामले लंबित पड़े हुए हैं। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए ताकि पीड़िता को न्याय मिलने में विलंब न हो। एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्वीकार किया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में अशिक्षा के कारण तमाम मामले पुलिस थानों तक पहुंच ही नहीं पाते, जिससे पीड़िताओं को न्याय नहीं मिल पाता है। उन्होंने कहा कि आयोग महिला उत्पीड़न के मामलों को लेकर स्वयं गंभीर हैं। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि महिलाओं में उत्पीड़न के मामलों को लेकर जागरूकता की कमी है। उन्हें न्याय पाने के लिए जागरूक होना पड़ेगा। राज्य महिला आयोग की सदस्य ने 20 मामलों की सुनवाई की। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से सभी मामलों में अब तक की गई कार्रवाई की रिपोर्ट भी मांग लंबित पड़े मामलों का जल्द निस्तारण किए जाने के निर्देश दिए। राज्य महिला पिछड़ा वर्ग आयोग की सदस्य प्रभा यादव, जिला कार्यक्रम अधिकारी शीरी मसूद मौजूद रहे।