युवक की चाकुओं से गोद कर हत्या
नवाबगंज, संवादसूत्र : सोहरामऊ थाना क्षेत्र के गांव खैलामऊ में दो दिन पहले मजदूरी करने के लिए घर से न
नवाबगंज, संवादसूत्र : सोहरामऊ थाना क्षेत्र के गांव खैलामऊ में दो दिन पहले मजदूरी करने के लिए घर से निकले एक युवक की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई। युवक का शव गांव के बाहर तालाब के निकट पड़ मिला। आशनाई और ससुराली जनों से विवाद में हत्या की आशंका जतायी जा रही है। मृतक के पिता ने दो अज्ञात लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करायी है।
ग्राम खैलामऊ निवासी नीरज (22) का शव शनिवार सुबह गांव के बाहर एक तालाब के किनारे पड़ा मिला। उसके शरीर को चाकुओं से गोदा गया था। बताते हैं कि नीरज घर से दो दिन पहले गांव से उन्नाव काम पर जाने के लिए निकला था। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे सोहरामऊ थानाध्यक्ष श्रीकांत द्विवेदी ने उच्च्चाधिकारियों को सूचना देकर मौके पर डाग स्क्वायड व ¨फगर ¨प्रट एक्सपर्ट की टीम बुलाया। सूचना पर पहुंचे मृतक के पिता रामशंकर ने दो अज्ञात युवकों को नामजद कराते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई। पिता का आरोप है कि शुक्रवार रात में नीरज ने उन्हें फोन पर तीन लोगों के साथ आने की सूचना दी थी पर घर नहीं पहुंचा। वहीं एएसपी रामकिशुन यादव और सीओ हसनगंज अशोक ¨सह मौके पर पहुंचे और एसओ को हत्याकांड का खुलासा करने के साथ ही हत्यारोपियों की गिरफ्तारी करने के निर्देश दिए।
दो स्थानों पर रुका डाग स्क्वायड
बताते हैं कि घटना स्थल पर छानबीन के लिए बुलाए गए डाग स्क्वायड गांव के अंदर घुसा और दो घरों पर रुका। इस पर पुलिस दोनों घरों में रहने वाले युवकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
पत्नी से भी चल रहा था विवाद
बताते हैं कि नीरज की एक वर्ष पहले शादी हुई थी। शादी के कुछ समय बाद ही उसका पत्नी से विवाद हो गया था और वह मायके चली गई। तीन दिन पहले ही पत्नी और उसके परिजनों से विदाई कराने को लेकर कुशहरी देवी मंदिर परिसर में बैठकर पंचायत भी हुई थी लेकिन कोई फैसला नहीं हुआ। इस ¨बदु को लेकर भी पुलिस जांच कर रही है।
रात में खाना बनाने को कहा था
नीरज की मां ने रोते हुए बताया कि उसके बेटे का फोन शुक्रवार रात करीब 10.30 बजे आया था। फोन पर उसने दो दोस्तों के साथ घर आने की जानकारी दी और खाना बना लेने का कहा। जब काफी देर के बाद भी वह नहीं आया तो उसने उस नंबर पर फोन किया पर फोन नहीं उठा। उनका कहना था नीरज की किसी से कोई रंजिश भी नहीं थी। वह पुलिस से अपराधियों को पकड़ने की गुहार करती रही।