जांच को आई टीम को नहीं मिले खनन के साक्ष्य
शुक्लागंज, संवाद सहयोगी : हाईकोर्ट के तलब करने के बाद डीएम के निर्देश पर नगर पहुंची जांच टीम को निर्
शुक्लागंज, संवाद सहयोगी : हाईकोर्ट के तलब करने के बाद डीएम के निर्देश पर नगर पहुंची जांच टीम को निर्धारित स्थानों पर खनन के कोई साक्ष्य नहीं मिले। निर्देशों का पालन करते हुए अधिकारियों ने लेखपालों की मदद से मौके पर पहुंच कर उसकी फोटोग्राफी भी कराई है। टीम के अनुसार उन्हें जिन भूमि संख्या पर जांच के लिए कहा गया था, वहां की स्थित को कैमरे में कैद कर लिया गया है।
शुक्रवार को डीएम सौम्या अग्रवाल के निर्देश पर सफीपुर एसडीएम शशिकांत प्रसाद के नेतृत्व में करीब एक दर्जन सदस्सीय टीम को नगर के निर्धारित स्थानों पर खनन की यथास्थिति के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए भेजा गया था। अधिकारी पहले जाजमऊ चौकी के सामने स्थित रतिरामपुरवा की कटरी में पहुंची। यहां टीम ने मौका मुआयना किया पर किसी प्रकार के खनन के साक्ष्य न मिलने की बात बताई। इसके बाद टीम लखापुर की कटरी पहुंची, जहां जांच पड़ताल के बाद अधिकारियों ने मौका स्थल की फोटो कराई। यहां से टीम आजादमार्ग होते हुए सहजनी पहुंची जहां अधिकारियों ने मौके पर खड़े होकर कुछ बातचीत की और वहां भी खनन का कोई साक्ष्य न मिलने की बात कह कर वापस चले गए। अधिकारियों के अनुसार हाईकोर्ट से मिले आदेश में सिर्फ खाता संख्या 2394 की 283 हेक्टेयर भूमि, खाता संख्या 2501 की 29.88 हेक्टेयर, खाता संख्या 2387 की 29.88 हेक्टेयर खाता संख्या 2220 की भूमि पर जांच के आदेश दिए गए थे, जिसकी जांच अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर की पर उन्हें वहां खनन के कोई साक्ष्य नहीं दिखाई दिए।
जलस्तर बढ़ना रहा चर्चा का विषय
टीम जाजमऊ चौकी क्षेत्र के रतिरामपुरवा में गंगा किनारे पहुंची, जहां गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण खनन का कोई नामोनिशान नहीं मिला। लोगों में इस बात की चर्चा रही कि जांच के पहले ही जलस्तर आखिर कैसे बढ़ गया। फिलहाल, जो भी पर अधिकारियों को खनन के बाद दिखने वाले बड़े बड़े गंगा के जल के साथ ही समा गए।
सहजनी में दलदल देख लौट गए वापस
सहजनी रेलवे क्रासिंग के पास पहुंचे अधिकारियों ने सहजनी के पास गलियारे में भीषण दलदल देखी। इस पर अधिकारियों ने अपने वाहन रोड पर ही खड़े करा दिए। यहा अधिकारियों ने लेखपाल से पूछताछ की तो लेखपाल ने बताया गलियारे का रास्ता देवारा खुर्द की सीमा पर जाता है। इस पर उन्होंने हाईकोर्ट के आदेश की कापी देखी और आपस में चर्चा की कि हमे वहां किसी प्रकार की जांच पड़ताल नहीं करनी है। इसके बाद टीम उन्नाव के लिए रवाना हो गई।