पुल शुरू होते ही उड़ गई नियमों की धज्जियां
शुक्लागंज, संवाद सहयोगी: शुक्रवार को नवीन पुल की शुरुआत होते ही राहगीरों ने सभी नियमों की धज्जियां उ
शुक्लागंज, संवाद सहयोगी: शुक्रवार को नवीन पुल की शुरुआत होते ही राहगीरों ने सभी नियमों की धज्जियां उड़ा दीं। कानपुर व उन्नाव के जिलाधिकारियों की सहमति ये लिया गया फैसला पुल शुरू होने के बाद भी लागू नहीं हो सका है। जबकि, घोषणा में पुल चालू होने के साथ ही नियमों को भी लागू करने की बात कही गई है।
लंबे समय से जिला वासियों को जिस घड़ी का इंतजार था आखिर वह पांच साल बाद आ ही गई। पुराने पुल पर लगने वाले जाम को देखते हुए राहगीरों की सहूलियत के लिए कानपुर व उन्नाव जिलाधिकारियों ने नवीन पुल को आम राहगीरों के लिए चालू कर दिया है। हालांकि, न तो पुल के शुरुआत व अंत में नियमों को लागू कराने के लिए किसी ट्राफिक सिपाही की व्यवस्था की गई और न ही पहले दिन इस बात की किसी को फिक्र रही। नियमानुसार कानपुर से शुक्लागंज आने वाले लोगों को पुराने गंगा पुल से ही आना था और नगर से कानपुर जाने वाले राहगीरों को नवीन पुल से जाना था। जबकि, इसके विपरीत शुक्रवार को दोनों ही पुलों पर वाहनों का आवागमन देखने को मिला। इस संबंध में जब बात करने के लिए जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल का सीयूजी नंबर मिलाया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
राहगीरों को जाम से मिल सकता छुटकारा
नवीन पुल के शुरू होने के बाद भले ही नियमों को महत्व नहीं दिया जा रहा हो पर राहगीरों को जाम से छुटकारा मिलता दिखाई पड़ रहा है। जहां हर रोज पीक आवर में पुराने गंगा पुल पर लगभग रोजाना जाम लगता था। वहीं, शुक्रवार को पुल शुरू होने के बाद यातायात सामान्य रहा। दोनों ही पुलों से राहगीर शाम तक आवागमन करते रहे और किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ा।
नवीन पुल पर फैला अंधकार
पुल को शुरू तो कर दिया गया है पर रात होते ही इस पुल पर यातायात कम हो जाता है। दरअसल, पुल पर प्रकाश व्यवस्था के लिए हाई मास्ट लाइटें तो लगा दी गई हैं पर ये अभी राहगीरों को रास्ता नहीं दिखा रहीं हैं। पुल पर अंधेरा पसरा होने के कारण साइकिल सवार व दो पहिया वाहन सवार पुराने पुल से ही यात्रा करना ज्यादा सुरक्षित मान रहे हैं।