होलिका दहन के साथ शुरू हुआ फाग का धमाल
उन्नाव, जागरण संवाददाता: हंसी ठिठोली के पर्व पर गररुवार को प्रात: से ही माहौल होली आई रे होली ाई रे
उन्नाव, जागरण संवाददाता: हंसी ठिठोली के पर्व पर गररुवार को प्रात: से ही माहौल होली आई रे होली ाई रे के वातावरण से सराबोर रहा। घरों में गृहणियां आने वालों के स्वागत सत्कार की तैयारी कर पूजा का थाल सजाने में लगी रहीं। दूसरी ओर बच्चे और युवा रंग और पिचकारियों व अबीर गुलाल के साथ होलिका दहन की प्रतीक्षा में लगे रहे। सायं 8 बजे से होलिका दहन स्थलों पर पूजन के बाद क्षेत्र के बुजुर्गों व आचार्यों ने मंत्रोच्चार के बीच होली जलाई। यह सिलसिला जनपद के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रात 10:30 बजे तक चला। इसी के साथ ही मौज मस्ती के बीच जगह-जगह फाग का धमाल शुरू हो गया। होली की मस्ती में डूबे फाग गवैयों ने ढोलक झांझ और मंजीरों की थाप पर बिरज में होरी खेलत नंदलाल.. आज बिरज में होरी रे रसिया.. आदि फाग गाकर अबीर गुलाल की बौछार के बीच वृंदावन जैसा नजारा प्रस्तुत किए रहे।
शहर के मौहारी बाग, लोली बाबू टंकी के सामने, रामपुरी, रेलवे क्रा¨सग के निकट, गांधीनगर, आदर्श नगर, कब्बाखेड़ा, दरोगा बाग, कल्याणी, आवास विकास कालोनी, पीडी नगर, गिरजाबाग, लोक नगर आदि मोहल्लों में विधि विधान के साथ होली पूजन कर होलिका दहन किया गया और अधर्म पर धर्म की विजय की याद दिलाकर सभी से बुराइयों व आपसी राग द्वेष को त्याग कर हिल मिल कर साथ रहने का संदेश दिया गया। फाग के लिए मशहूर ऐतिहासिक बदरका गांव की बड़ी होली में कृष्ण स्वरूप अवस्थी के नेतृत्व में युवा एवं बुजुर्गों ने फाग वृंदावन में अ रा रा रा उड़त अबीर गुलाल.. कान्हा खेलो रंग डारि.. पर लोग झूम उठे। देवी प्रसाद बाजपेई, गुड्डन शुक्ला, विपिन अवस्थी, बाबा सीताराम दास तिवारी आदि ने ठाकुरद्वारा मंदिर में फाग का गायन किया। इसी तरह बांगरमऊ, सफीपुर, पुरवा, मौरावां समेत विभिन्न क्षेत्रों में भी होलिका दहन के पश्चात फाग आदि के कार्यक्रम देर रात तक चलते रहे।