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लापरवाही से बढ़ी पुल बनाने की मियाद

उन्नाव, जागरण संवाददाता : लखनऊ कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनने वाले आरओबी के निर्माण में लापरवाही

By Edited By: Published: Thu, 18 Dec 2014 05:55 PM (IST)Updated: Thu, 18 Dec 2014 05:55 PM (IST)
लापरवाही से बढ़ी पुल बनाने की मियाद

उन्नाव, जागरण संवाददाता : लखनऊ कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनने वाले आरओबी के निर्माण में लापरवाही और मनमानी की सारी सीमाएं पार हो गई। हालत यह है कि निर्माण में लगी कंपनी के काम में भी तेजी उस समय आती है जब शासन प्रशासन की तरफ से उस पर कोई दबाव पड़ता है। इसी मनमानी के कारण 18 माह में बनने वाला पुल साढ़े चार साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अधूरा है। वर्ष 2010 के अप्रैल मई माह में शुरू हुआ रायबरेली रेलवे क्रा¨सग पर आरओबी बनने का काम शुरुआती दौर से निर्माण कंपनी की लापरवाही के कारण आज तक रफ्तार नहीं पकड़ सका। निर्धारित समय सीमा गुजरने के बाद भी पुल का काम पूरा नहीं हुआ। इसी सब के बीच जागरण ने अभियान चलाया। इसकी गूंज 25 मार्च 2013 को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पास बंदनपुरवा की जनसभा में पहुंची। मुख्यमंत्री ने तत्कालीन जिलाधिकारी को मिट्टी का प्रबंध करने के आदेश दिए। इसी के बाद जिला प्रशासन ने निर्माण कंपनी द्वारा उपलब्ध कराए गए भूमि अभिलेखों के आधार पर मिट्टी का प्रबंध किया और छह माह का समय पुल पूरा करने के निर्देश दिए।

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इसके बाद काम जो शुरू हुआ वह आज तक पूरा नहीं हो सका। मजे की बात यह है कि इसके बाद से आज तक काम पूरा करने के लिए तारीख पर तारीख दी जा रही और निर्माण कंपनी कर रही कंपनी उस समय सीमा को दरकिनार करते हुए अपनी पुरानी सुस्त रफ्तार में काम करने में लगी हुई है।

कब आयी काम में तेजी, क्या आए परिणाम

साढ़े चार साल से चल रहे लगभग एक किमी लंबे आरओबी के निर्माण में अंतिम दफा दैनिक जागरण द्वारा अगस्त माह में चलाए गए अभियान के बाद तेजी आयी। इसी के बाद लोक निर्माण मंत्री शिवपाल ¨सह यादव ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए 25 अगस्त तक लखनऊ से कानपुर की और 15 सितंबर तक कानपुर से लखनऊ की सर्विस लेन शुरू करने और 15 दिसंबर तक आरओबी के काम को पूरा करने का समय निर्धारित किया। तय समय सीमा पर काम पूरा न होने पर निर्माण कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए। इसमें निर्माण कंपनी ने दो चुनौतियों को किसी तरह से पूरा कर लिया था। लेकिन पुल को पूरा करने की अंतिम चुनौती फिलहाल जल्द पूरी होती नजर नहीं आ रही है। यह तेजी भी तब आयी जब प्रमुख सचिव लोनिवि रजनीश दुबे ने इसकी खुद मानीट¨रग की। डीएम ने प्रत्येक सप्ताह काम की समीक्षा के साथ साथ नियमित काम की वीडियोग्राफी भी करायी।

जिम्मेदार की नजरे इनायत का इंतजार

अधूरे पुल और जाम के झटकों से जूझ रहे लोग की जागी उम्मीद निर्माण में हो रही लापरवाही के कारण लगातार नाउम्मीदी में बदल रही है। ऐसे में एक बार फिर इस समस्या से परेशान लोगों को शासन प्रशासन के जिम्मेदार लोगों पर निगाह टिकी है। इसमें उनका मानना है कि यदि अधिकारी एक बार पुल के निर्माण में हो रही लापरवाही को लेकर कुछ गंभीर होकर कार्रवाई करें तो निश्चित रूप से आरओबी की सारी बाधा दूर हो जाएगी।


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