दृष्टि बाधित चालक भी चला रहे वाहन
उन्नाव, जागरण संवाददाता : यातायात माह के तहत मंगलवार को ट्रैफिक पुलिस द्वारा आटो रिक्शा और टेंपो चाल
उन्नाव, जागरण संवाददाता : यातायात माह के तहत मंगलवार को ट्रैफिक पुलिस द्वारा आटो रिक्शा और टेंपो चालकों का नेत्र परीक्षण कराया गया। इसमें पता चला कि कई चालक वाहन चला अपने साथ सवारियों की जान भी जोखिम में डालने से परहेज नहीं करते। कारण हैं कि उन्हें दृष्टि दोष है। इनमें कुछ को मोतियाबिंद तो कुछ नाखुना की बीमारी से ग्रसित हैं। सवाल यह उठता है कि सभी के ड्राइ¨वग लाइसेंस वैध हैं और लाइसेंस निर्गत होने के पहले नेत्र परीक्षण भी कराया जाता है।
यातायात माह कार्यक्रम के तहत मंगलवार को ट्रैफिक पुलिस ने जिला अस्पताल में सवारी वाहनों के चालकों का नेत्र परीक्षण शिविर लाया। इसमें जिला अस्पताल के नेत्र विशेषज्ञ लईक अहमद ने 75 आटो रिक्शा और टेंपो चालकों का नेत्र परीक्षण किया। इनमें से प्रेम सागर को दोनों आंख में नाखूना की बीमारी पायी गई। उसने खुद बताया कि उसे कम दिखाई देता है। मजे की बात यह है कि वह टेंपो से सवारियों को नियमित ढोने का काम कर रहा है और उसका लाइसेंस वर्ष 2017 तक वैध है। इसी प्रकार टेंपो चालक रघुवीर निवासी फूलबाग कानपुर और आटो रिक्शा चालक शिव प्रकाश निवासी बारा सगवर मोतिया¨बद से ग्रसित हैं। डॉ. फैजल की माने तो इन लोगों की देखने की पचास प्रतिशत क्षमता कम हो जाती है।
हकीकत में यह है कि यह तीनों मामले बानगी मात्र है, शिविर में ऐसे लगभग दो दर्जन चालक पहुंचे जो नेत्र दोष होने के कारण अपने साथ-साथ उनके वाहन पर यात्रा करने वाले लोगों की जान भी जोखिम में रहती है।
मंगलवार को यातायात माह के तहत आयोजित शिविर में प्रभारी कैलाश यादव के नेतृत्व में राजेश ¨सह, सुमन यादव, गनी मोहम्मद, छोटेलाल ने वाहन चालकों को यातायात नियमों की जानकारी दी। साथ ही चे¨कग कर नियमों का उल्लंघन करने वाले 12 लोगों के चालान कर दिए।