पानी के लिए भी गंदगी में होना पड़ता खड़ा
उन्नाव, जागरण संवाददाता: उमाशंकर दीक्षित संयुक्त जिला अस्पताल की सफाई व्यवस्था में ग्रहण लगा है। वार
उन्नाव, जागरण संवाददाता: उमाशंकर दीक्षित संयुक्त जिला अस्पताल की सफाई व्यवस्था में ग्रहण लगा है। वार्ड से लेकर पेयजल टंकियों के आस-पास तक गंदगी की भरमार है। आलम यह है कि शुद्ध पानी के लिए लगवाए गए आरओ तक के आसपास गंदगी ही नहीं है बल्कि सुअर लोटा करते हैं इससे लोगों को पानी के लिए भी गंदगी के बीच से होकर गुजरना पड़ता है। इससे शुद्ध पानी भी नहीं मिल रहा है।
एक तरफ पूरे देश में स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत अभियान चलाया जा रहा है। गली-गली झाड़ू लगाई जा रही है। वहीं दूसरी तरफ जिला अस्पताल में गंदगी का साम्राज्य होता जा रहा है। वार्ड से लेकर आरओ तक गंदगी है। आलम यह है कि साफ और शुद्ध पानी के लिए अस्पताल मुख्य गेट के निकट आरओ बनवाया गया है। आरओ के पाइप टूटे हैं इससे नलों के आसपास भी गंदगी है। यहीं अस्पताल परिरसर में खड़े हाने वाले वाहनों के चालक बर्तन कपड़ा आदि भी साफ करते हैं। तीमारदार भी खाने पीने की गंदगी फैलाते हैं इससे आरओ के आसपास गंदगी रहती है इसके चलते सुअर घूमा करते हैं। रोगियों और तीमारदारों को गंदगी के बीच से होकर गुजरना पड़ता है।
वार्ड के शौचालयों का बुराहाल है। पुरुष अस्पताल का वार्ड एक हो या फिर दो दोनों के शौचालयों में गंदगी का आलम यह है कि रोगी भी उसमें जाने से पहले कई बार सोचते हैं। वार्ड में शौचालय से पहले हीर बर्न रोगी केबिन है। जले रोगियों को संक्रमण का सबसे अधिक खतरा रहता है लेकिन इस केबिन के रोगियों को तो सांस भी बदबू में ही लेनी पड़ती है। कहने को पीकदान रखे हैं पर जगह-जगह पान और पान मसाले की पीक दीवरों और कोनों में जमा है। गंदगी की भरमार होने के बाद भी अस्पताल प्रशासन गंदगी होने की बात को स्वीकार करने को तैयार नहीं है। सीएमएस डॉ. एके सैनी ने कहा कि सफाई प्रतिदिन हो रही है सोमवार को राउंड के दौरान मै शौचालय भी चेक कर लूंगा।