झांसा दे महिला का बच्चा ले उड़े जालसाज
उन्नाव : महिला जिला अस्पताल से शनिवार को एक विक्षिप्त महिला का नवजात पुत्र लेकर जालसाज भाग निकले। चा
उन्नाव : महिला जिला अस्पताल से शनिवार को एक विक्षिप्त महिला का नवजात पुत्र लेकर जालसाज भाग निकले। चार दिनों से लापता विक्षिप्त पत्नी की खोजबीन करते पति के अस्पताल पहुंचने पर इसका खुलासा हुआ। बच्चा लापता कर दिए जाने की जानकारी होते ही अस्पताल प्रशासन में खलबली मच गई। सीएमएस ने सूचना पुलिस को दी है।
शनिवार को प्रात: लगभग 7:30 बजे गांधी नगर पेट्रेाल पंप के निकट गली में सड़क किनारे मानसिक रूप से विक्षिप्त एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया। आसपास के लोगों की सूचना पर पहुंची 102 एंबुलेंस के ईएमटी आशीष ने उसे लगभग 8:15 बजे महिला जिला अस्पताल में भर्ती कराया। प्रात: कालीन ड्यूटी पर मौजूद डाक्टर ने उसका और नवजात शिशु का उपचार किया। लगभग आधा घंटा बाद एक महिला और एक पुरुष अस्पताल पहुंचे। पुरुष ने खुद को महिला का पति बताया और उसके साथ रही महिला ने प्रसूता की चाची बताया। दोनों ने प्रसूता का नाम रेनू पत्नी संजय निवासी पत्थर कालोनी ईदगाह बताया। इसी नाम पते से उसे अस्पताल में भर्ती किया गया। प्रसव के बाद होने वाला उपचार व दवा इलाज कराने के बाद महिला शोभिया खतून ने बच्चे को अपनी सुपुर्दगी में ले लिया। दो घंटे बाद कथित पति संजय ने जच्चा-बच्चा को घर ले जाने की बात कह तर्क दिया महिला पागल है वह यहां संभाले नहीं संभलेगी इससे उसे घर ले जाना चाहते हैं। संजय ने भर्ती फाइल पर अपनी मर्जी से जच्चा-बच्चा को घर ले जा रहा हूं लिखकर दे दिया। इसके बाद दोनों प्रसूता को महिला अस्पताल में छोड़ बच्चा लेकर भाग निकले। एंबुलेंस के ईएमटी आशीष ने बताया कि प्रसव सड़क किनारे हुआ था। एंबुलेंस में उसके साथ कोई नहीं आया था।
दूसरी तरफ कई दिनों से विक्षिप्त पत्नी की तलाश कर रहे पूनम शर्मा निवासी शांती नगर शेखपुर नहर को किसी ने बताया कि गांधी नगर में पेट्रेाल पंप के निकट एक पागल महिला ने सड़क किनारे बच्चे को जन्म दिया है जिसे अस्पताल ले जाया गया है। इस पर वह महिला अस्पताल आया जहां उसकी पत्नी बेड नंबर दो पर लेटी मिली लेकिन नवजात शिशु लापता था। जब उसने डयूटी पर मौजूद स्टाफ नर्सो से बच्चे के बारे में पूछा तो उन्होंने उसे बताया कि उसके भर्ती होने के बाद एक महिला और पुरुष आए थे जो बच्चे को ले गए। इस पर पूनम शर्मा ने बताया कि बच्चे को जन्म देने वाली विक्षिप्त महिला उसकी पत्नी सुमन है। वह चार दिन पहले घर से निकल आई थी। यह सुन महिला स्वास्थ्य कर्मियों के होश उड़ गए। अस्पताल में खलबली मच गई। घंटों छानबीन के बाद भी बच्चा लेकर चंपत होने वाले पुरुष और महिला का कोई पता नहीं चला। डॉ. अर्चना ने कहा कि प्रसव के बाद उसे वार्ड में शिफ्ट करा दिया था जो साथ आया था उसने जो नाम पता बताया उसी के अनुसार भर्ती किया गया है।
पुलिस को दे दी सूचना
महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. सरोज श्रीवास्तव ने कहा कि भर्ती के समय कोई आईडी नहीं देखी जाती है। प्रसव के बाद नवजात शिशु को घर वालों के सुपुर्द किया जाता है। प्रसूता मानसिक रूप से विक्षिप्त है इससे रिश्ते की पुष्टि करने में वह असमर्थ थी। शोभिया नाम की महिला ने प्रसूता की चाची बताया था इससे बच्चा उसके सुपुर्द कर दिया गया। उन्होंने बताया कि इसकी सूचना पुलिस को भेजकर जांच कराने को कहा है। विभागीय जांच भी कराई जाएगी।
कहीं स्वास्थ्य कर्मियों की मिलीभगत तो नहीं
पति पूनम शर्मा ने आशंका जताई है कि उसकी पत्नी को पागल समझ स्वास्थ्य कर्मियों ने मिलीभगत कर बच्चे को किसी के हवाले कर दिया है। उसने सीएमएस से शिकायत कर बच्चे को गायब कराने का आरोप लगाते हुए नवजात बेटे की खोजबीन कराने की मांग की है। सीएमएस डॉ. सरोज ने उक्त आरोप के संबंध में कहा कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है जो भी सच्चाई सामने आएगी उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।