कलाकारों ने धनुष लीला का मंचन कर मन मोहा
उन्नाव, जागरण संवाददाता : सामाजिक जनकल्याण सेवा समिति के तत्वावधान में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के निक
उन्नाव, जागरण संवाददाता : सामाजिक जनकल्याण सेवा समिति के तत्वावधान में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के निकट सिविल लाइंस में धनुष लीला का आयोजन हुआ। रामलीला के दौरान अभिनय कर रहे कलाकारों ने हर पात्र की शानदार भूमिका अदा कर बड़ी संख्या में मौजूद दर्शकों का मन मोह लिया।
राजा जनक ने प्रण ठाना कि जो भी शिव धनुष को तोड़ेगा। जानकी उसी के गले में जयमाल डालेगी। देश देशांतर के राजागण व बलशाली स्वयंवर समारोह में पहुंचे पर धनुष तोड़ना तो दूर उसे जमीन से तिल भर भी हिला तक न सके। जिस पर विदेहराज ने निराश होकर कहा कि अब उनको विश्वास हो गया कि यह धरती वीरों से खाली है। इस पर वहां बैठे लक्ष्मण को क्रोध आ गया। उनके क्रोध को राम ने शांत कराया। विश्वामित्र ने राम को धनुष तोड़ने की आज्ञा दी। राम ने अजगव को खंडित किया। सीता ने उन्हें वरमाला पहनाई। धनुष टूटते ही क्रोध करते हुए परशुराम वहां आ पहुंचे। उन्होंने कहा कि जिसने भी धनुष का खंडन किया है वह स्वयं इस सभा से अलग हो जाए वरना यहां सभा में बैठे सभी राजा महाराजा मारे जाएंगे। उनकी इस बात पर लक्ष्मण मुस्कुरा दिए। यहीं से दोनों के बीच संवाद शुरू हो गया। जो सुबह साढ़े दस बजे तक चलता रहा। अंत में परशुराम ने राम से कहा कि राम रमापति कर धनु लेहू, खैंचहु चाप मिटै संदेहू। परशुराम के कहने पर राम ने जैसे ही धनुष की प्रत्यंचा चढ़ाई परशुराम ने उन्हें प्रणाम किया और गंतव्य को चले गए।
धनुष यज्ञ की शुरुआत जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति रावत, सदर विधायक पंकज गुप्ता व नगर पालिक चेयरमैन रामचंद्र गुप्ता ने श्री राम लखन की आरती उतार कर कराई। इस अवसर पर कमेटी की ओर से विशिष्ट जनों का सम्मान किया गया।