तेंदुए ने 12 को किया घायल, सात गंभीर
नवाबगंज, संवादसूत्र: क्षेत्र में 15 दिन से एक जंगली जानवर जिसे लोग तेंदुआ बता रहे बुधवार रात 12 से ज्यादा लोगों पर कहर बनकर टूटा। इसमें सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इतने लोगों के घायल होने से सोया वन विभाग के माथे पर चिंता की लकीरें आ गई है। गुरुवार को वन विभाग की टीम ने लाउडस्पीकर से गावों में लोगों को घरों के बाहर न सोने और घरों के दरवाजे बंद करने की अपील की है।
करीब 15 दिनों से आदमखोर जंगली जानवर नवाबगंज वन रेंज के रुदवारा सहित आसपास के दर्जनों गांवों में आतंक मचाए हुए था इसमें एक वृद्ध समेत कई जानवर इसका शिकार हुए थे। बुधवार रात ग्रामीणों के अनुसार आतंकी तेंदुए ने कधईखेड़ा, मानपुर, भगवंतपुर एवं कुईथर सहित आसपास के गावों में करीब एक दर्जन लोगों को घायल कर डाला।
तेंदुए ने सबसे पहले रात करीब 9 बजे मानपुर में हमला बोला। यहां घर के बाहर सो रहे विजय बहादुर पुत्र गुरुचरन को घर के बाहर सोते वक्त हमला बोल दिया। उसने शोर मचाया तो घर के लोग जाग गए और तेंदुए पर लाठी डंडे से हमला बोल दिया इससे वह भाग निकला। इसके बाद उसने अपना दूसरा और तीसरा शिकार इसी गाव के रामस्वरूप पुत्र शिव मंगल एवं शकर यादव पुत्र भारत को बनाया। इसके बाद उसने भगवंतपुर के विकलाग लड़की बिट्टा देवी पुत्री राम औतार पर हमला कर उसके कंधे और चेहरे को घायल कर दिया। रात 11 बजे के करीब कंधईखेड़ा में खेत में सो रहे रामकिशन पर हमला बोल दिया। उसके पैरों एवं हाथों को घायल कर दिया। इसके बाद कंधईखेड़ा से सटे गाव कुईथर के मजरे जमुनाखेड़ा पहुंच गया। वहां उसने मकसूद पुत्र सानू पर हमला बोल घायल कर दिया उसके सीधे में पंजो के खरोच के निशान है। इसके साथ की उसने करीब एक दर्जन लोगो को घायल किया। सभी अस्पताल में इलाज करा रहे है।
तेंदुआ नहीं जंगली जानवर
हमला झेलने वाले और बचाने वाले ग्रामीण जहा आदमखोर को तेंदुआ बता रहे है वहीं वन विभाग के अधिकारी महज जंगली जानवर बता रहे है
घर में घुसा तेंदुआ बच निकला
गुरुवार को शाम करीब 7 बजे विकास खंड के कीर्तीखेड़ा में ग्रामीणों ने तेंदुए को देखा तो लाठी-डंडे लेकर दौड़ पड़े जहा वह एक घर में घुस गया। इस पर लोगों ने उसे घेर लिया औक घर के लोग भाग खड़े हुए। ग्रामीण जब घर में घुसे तो उसने ग्रामीणों पर हमला बोल दिया।
15 दिन पहले वृद्धा बनी थी शिकार
15 दिन पहले रुदवारा गाव में उसने एक बछड़े एवं कई बकरियों को मार डाला था। सायं को शौच के लिए जाते समय एक वृद्ध पर हमला बोल दिया। वृद्ध के सीने पर चोटें आयी थी। वृद्ध इलाज लखनऊ में करा रहा है।
अब तक सोता रहा विभाग
करीब 15 दिनों से आदमखोर जानवर के हमले का आतंक है। वन विभाग को ग्रामीण लगातार सूचना दे रहे थे। विभाग सोया था। मीडिया के लोग भी नवाबगंज वन क्षेत्राधिकारी एवं रेंजर से संपर्क करने का प्रयास कर रहे थे लेकिन सम्पर्क नही हो पा रहा था। सरकारी सीयूजी नंबरों पर फोन की घंटी तो बजती थी, लेकिन फोन उठता नही था। गुरुवार को जब दर्जनों लोगों को उसने घायल किया और मीडिया वन विभाग के कार्यालय पर पहुंची तब अधिकारी हरकत में आए।
'' जंगली जानवर द्वारा ग्रामीणों पर हमले की जानकारी हुई है करीब 7 लोगों को उसने घायल किया है। गाव में ग्रामीणों की सूचना एवं सतर्कता के लिए लाउडस्पीकर से सूचना दी जा रही है। जानवर को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम को लगाया गया है'' ( रेंजर नवाबगंज)
''वन विभाग के साथ सहयोग किया जा रहा है। ग्रामीणों की मदद के लिए गांवों में सरकारी मोबाइल नं. लोगों को दे दिए गए है। जैसे ही कहीं से सूचना आती है मदद के लिए पुलिस फोर्स भेज दी जाएगी।''।
(अजगैन थानाध्यक्ष)
''घायलों का इलाज और उपचार किया जा रहा है। किसी जंगली जानवर के पंजों एवं उसके जबड़े से घायल होने के निशान घायलों के शरीर पर पाये गये हैं। लगभग हर मरीज के 6 से 7 टांके लगे हैं''।
(उच्चीकृत स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक नवाबगंज यूसी सचान)