युवक से नकदी और मोबाइल लूटा
शुक्लागंज, संवाद सहयोगी : गंगाघाट थानाक्षेत्र में देर शाम भाई को खाना देकर घर की ओर लौट रहे युवक को छह बदमाशों ने कट्टा लगा कर लूट लिया। बदमाश युवक को मारते पीटते हुए गंगा किनारे ले गए और बेहोशी की हालत में छोड़ कर भाग निकले। सूचना पर पहुंचे परिजन युवक को घर लेकर पहुंचे और घटना की जानकारी गंगाघाट थाना पुलिस को दी। पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंच कर पूछताछ की पर आरोपियों का पता नहीं लगा सका। वहीं, पुलिस ने अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है।
सीताराम कालोनी बालूघाट निवासी विकास पुत्र स्व. विश्वनाथ ने पुलिस को बताया कि वह कानपुर क्लब में काम करने वाले अपने भाई राहुल को खाना देने गया हुआ था। शाम करीब आठ बजे वह सीताराम कालोनी स्थित सब्जीमंडी ढाल से होते हुए अपने घर की ओर लौट रहा था। तभी पुल के नीचे भीमनगर मुहल्ले में सन्नाटा पाकर छह बदमाशों ने उसे घेर लिया और लात घूसों से पीटने के बाद कट्टा उसके सिर पर लगा दिया। पीड़ित ने बताया कि बदमाशों ने उसकी जेब में रखे 35 सौ रुपए नकद व एक मोबाइल फोन लूट लिया। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि लूट करने के बाद बदमाश उसे जान से मारने के उद्देश्य से गंगा की ओर घसीट कर ले गए। इस बीच आसपास के रहने वाले लोगों के शोर मचाने पर आरोपी भाग निकले। सूचना पर उसके परिजन पहुंचे और घटना की जानकारी थाना पुलिस को दी।
लूट प्वाइंट बनता जा रहा भीमनगर
गंगाघाट थानाक्षेत्र के भीमनगर मुहल्ले में हुई यह कोई पहली लूट की घटना नहीं है। इसके पहले भी कई बार बदमाश राहगीरों को पैदल पुल व पुल के नीचे स्थित भीमनगर मुहल्ले में लूट कर घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। सभी घटनाओं में पुलिस बाद में केवल लकीर पीटती रही और आज तक एक भी घटना का खुलासा नहीं हो सका। इसी स्पाट पर कुछ ही दिनों पहले एक बैंक कर्मी से बदमाशों ने लूट की घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने इस मामले को भी दबा दिया। एक जून को भी ब्रह्मानगर निवासी एक युवक के साथ पैदल पुल पास ही बदमाशों ने लूट की घटना को अंजाम देकर नकदी व मोबाइल फोन लूट लिया था। इस मामले का भी खुलासा नहीं हो सका था।
नजरअंदाज करती पुलिस
शाम होते ही भीमनगर मुहल्ले में अराजकतत्वों का जमावड़ा लग जाता है। सूत्रों की मानें तो पैदल पुल व रेलवे पुल के ठीक नीचे लगे टट्टर में अराजकतत्वों की शाम होते ही भीड़ जुटने लगती है। इसी जगह पर पहले ये सब मादक पदार्थो का सेवन करते हैं और फिर यहां से गुजरने वाले राहगीरों को अपना शिकार बना देते हैं। इतना ही नहीं नगर में हो रही चोरियों में भी इनका हाथ होने की बात प्रकाश में आई है। जानकारों की मानें तो यदि पुलिस इन शरारती तत्वों को पकड़े तो कई घटनाओं का खुलासा तक हो सकता है।