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दोस्तीनगर अग्निकांड : आग से झुलसी मां-बेटी की मौत

By Edited By: Published: Sat, 02 Aug 2014 01:21 AM (IST)Updated: Sat, 02 Aug 2014 01:21 AM (IST)
दोस्तीनगर अग्निकांड : आग से झुलसी मां-बेटी की मौत

उन्नाव, जागरण संवाददाता : तहसील सदर कोतवाली शहर के गांव दोस्तीनगर में गुरुवार रात प्रमोद गुप्ता के घर में लगी भीषण आग में झुलसी गृहस्वामी की पत्नी और पुत्री की उपचार के दौरान शुक्रवार को मौत हो गई। जिला अस्पताल समेत विभिन्न अस्पतालों में भर्ती आग से झुलसे एक दर्जन लोगों की हालत नाजुक बनी है। जबकि दर्जनों लोग गांव में ही पड़े हैं। जिनका उपचार करने के लिए ग्राम प्रधान ने सीएमओ चिकित्सकों की टीम भेजने को कहा है। सीएमओ के निर्देश पर डॉ. सौरभ सोनकर के नेतृत्व में पहुंची टीम ने गांव में आग से जलकर घायल एक दर्जन ग्रामीणों का उपचार किया।

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गुरुवार को देर रात दोस्ती नगर निवासी प्रमोद गुप्ता के घर में अचानक आग लग गई थी। इस दौरान गैस सिलेंडर में विस्फोट होने से मकान की छत तक ढह गई थी। घर में रखे डीजल और पेट्रोल के ड्रमों में आग लग गई जिससे ड्रम फटने के साथ ही कहर बनकर निकले आग के गोलों ने जमकर बर्बादी की थी। पूरा घर आग की लपटों में घिरने के साथ गृहस्वामी प्रमोद गुप्ता (38), उसकी पत्‍‌नी सोनी (35), पुत्री जान्हवी (7), श्रद्धा (9) और पुत्र आयुष (12) के अलावा आग बुझाने में लगे और तमाशबीन रहे एक सैकड़ा लोग झुलस गए थे। इनमें से 35 लोगों को जिला अस्पताल तथा अन्य को निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया था। दर्जनों लोग मरहम पट्टी करा गांव में ही पड़े हैं। हालत बिगड़ने पर इनमें से छह को शुक्रवार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

गुरुवार को जिला अस्पताल से कानपुर रिफर की गई गृह स्वामी प्रमोद गुप्ता की पत्‍‌नी सोनी (35) और उसकी पुत्री जान्हवी (7) की कानपुर के अस्पताल में मौत हो गई। अन्य घायलों में अमित पुत्र रामबिहारी, राजेंद्र पुत्र जमुना समेत एक दर्जन घायलों की हालत नाजुक है।

सुलगती रही गृहस्थी

गुरुवार को हुए अग्निकांड के बाद दमकल जवानों ने आग को ठंडा कर दिया था पर उसमें जला गृहस्थी का सामन शुक्रवार को भी सुलगता रहा। गृह स्वामी प्रमोद गुप्ता की पत्‍‌नी और बच्चों के साथ कानपुर के अस्पताल में रहा इससे उसके नाते रिश्तेदार ही आग में सुलग रही गृहस्थी का सामान बचाते रहे।

शुक्रवार को अस्पताल पहुंचे घायल

शुक्रवार को भी आग से झुलसे घायलों के अस्पताल पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। आज शालू गुप्ता (16) पुत्र विजय कुमार, मो. शब्बीर (45) पुत्र मुन्नवर, मो. मुस्तकीम (52) पुत्र मो. नसीम, प्रकाश (22) पुत्र विजय बहादुर, प्रकाश (40) पुत्र बुद्धीलाल, नरेंद्र (20) पुत्र रामबिलास जिला अस्पताल पहुंचे जहां उनका प्राथमिक उपचार किया गया।

डाक्टर की टीम गांव पहुंची

ग्राम प्रधान दोस्तीनगर निवासी वीरेंद्र कुमार सिंह ने मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसपी चौधरी को बताया कि गांव में अभी भी एक दर्जन से अधिक आग से झुलसे लोग पड़े है। जिनका उपचार नहीं हो पा रहा है। प्रधान की सूचना पर सीएमओ ने डॉ. सौरभ सोनकर के नेतृत्व में चिकित्सा टीम भेजी । इस टीम ने पिंकू, ओमप्रकाश के पुत्र, प्रकाश, शिवचरन, मनोज, विजय आदि एक दर्जन आग से झुलसे लोगों का दवा उपचार किया। डॉ. सोनकर ने बताया कि यह वह लोग हैं जो आंशिक रूप से झुलसे हैं।

मनीषा ने लिया घायलों का हालचाल

सदर विधायक स्व. दीपक कुमार की पत्‍‌नी उन्नाव विधान सभा प्रभारी मनीषा दीपक ने शुक्रवार को गांव पहुंच मौके पर जाकर आग की तबाही का मंजर देखा। उन्होंने प्रमोद गुप्ता के घर को देखने के बाद गांव के लोगों को प्रशासन से हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया। ग्रामीणों से जानकारी मिलने के बाद वह घायलों को देखने जिला अस्पताल पहुंची। जहां घायलों को हालचाल लेकर सीएमएस डॉ. एके चतुर्वेदी से उनका समुचित इलाज करने को कहा। उनके साथ ग्राम प्रधान वीरेंद्र सिंह समेत गांव के दर्जनों लोग भी रहे। विधान सभा प्रभारी ने प्रमोद गुप्ता की पत्‍‌नी सोनी और बेटी जान्हवी की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया।

झांकने नहीं गया प्रशासन

अग्निकांड की सूचना पर जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक रतन कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक रामकिशुन, उपजिलाधिकारी सरजू प्रसाद शुक्ल, तहसीलदार और लेखपाल आदि मौके पर पहुंचे थे। लेकिन आज शुक्रवार को कोई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं गया।

अवैध कारोबार में चली गई बेटी और पत्‍‌नी की जान

ग्राम प्रधान और गांव के अन्य लोगों के अनुसार प्रमोद गुप्ता थाना गांव स्थित पेट्रोल पंप पर सेल्स मैन का काम करता है। गांव में सड़क किनारे मकान बनवाने और उसमें चार दुकाने होने से उसने मोबिल आयल का धंधा शुरु किया। लेकिन नौकरी करता रहा। आसपास कोई पेट्रोल पंप न होने से प्रमोद ने चोरी छिपे डीजल और पेट्रोल बेचने का धंधा शुरू कर दिया। कमाई के चक्कर में वह घर में डीजल और पेट्रोल का अच्छा स्टाक रखता था। आग बुझाने में शामिल रहे ग्रामीणों ने बताया कि जिस समय आग लगी घर में लगभग सात ड्रम डीजल और पेट्रोल का स्टाक था इसी से आग ने विकराल रूप लिया। अवैध धंधे में भड़की आग प्रमोद से उसकी पत्‍‌नी और बेटी छीन ले गई। लोगों का कहना है कि यहां गैस रिफलिंग का भी कारोबार होता था। इस आग में इसका भी हाथ माना जा रहा है।


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