बजट को सराहा पर आलोचना कम नहीं
उन्नाव, जागरण संवाददाता : मोदी के बजट की जहां अधिकांश लोगों ने सराहना की है वहीं कुछ लोगों ने इसे दिखावा बताया है। ज्यादातर लोगों का मानना है कि इस बजट से जहां देश की अर्थ व्यवस्था मजबूत होगी वहीं देश का सर्वागीण विकास हो सकेगा। बजट में सभी बिंदुओं का ध्यान रखा गया है। उपयोगी वस्तुओं में तेल, साबुन, दवाइयां, टीवी, मोबाइल, कम्प्यूटर व जूता आदि की कीमतों को सस्ता किया गया है वहीं रेडीमेड कपड़े, सिगरेट, गुटखा व पान मसाला महंगा हुआ है। कुछ को छोड़कर सभी वर्गो के लोगों ने बजट की सराहना करते हुए कहा है कि इस बजट से देश का सर्वागीण विकास होगा। 2.5 लाख की आमदनी पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।
प्रमुख कपड़ा व्यवसाई राम तनेजा का कहना है कि मोदी के बजट से देश का विकास होगा। यह बजट काफी अच्छा है। इसमें कम आयवर्ग के लोगों को भी राहत मिलेगी। उन्होंने सिगरेट, गुटखा व पान मसाले की कीमतों में वृद्धि किए जान के फैसले को सही ठहराते हुए इस बजट की सराहना की है। उन्होंने कहा कि बजट जनहित के साथ देश हित के लिए ठीक है।
रेडीमेड कपड़ा कारोबारी मनोज कुमार ने बजट की तारीफ करते हुए कहा है कि इस बजट से जहां देश की अर्थ व्यवस्था सुधरेगी वहीं देश का सर्वागीण विकास भी होगा। उन्होंने कहा कि इस बजट में उपयोगी वस्तुओं तेल, साबुन, टीवी, मोबाइल व दवाइयों की कीमतों को सस्ता करके आम जनता को राहत दी गई है। उन्होंने कहा कि बजट अच्छा है।
आयुर्वेदिक दवाइयों के निर्माता व उद्यमी मुकेश बाजपेई ने बजट को जनहित व देश हित के लिए ठीक बताते हुए मोदी सरकार की सराहना की है। उन्होंने कहा कि इस बजट में गंगा से लेकर नेशनल हाईवे तक को विशेष ध्यान रखा गया है। इसके अलावा कृषि, शिक्षा व मेडिकल क्षेत्रों का भी पूरा ध्यान रखा गया है। उन्होंने ढाई लाख रुपए तक की आमदनी पर कोई टैक्स न लगाए जाने के फैसले की तारीफ की है।
जूता कारोबारी हाजी मोहम्मद शमीम ने कहा कि यह बजट निश्चित तौर पर देश की अर्थ व्यवस्था को सुदृढ़ करने में सक्षम होगा। जिससे लोगों को बेहतर सड़कें मिलेंगी तथा यातायात को गति मिलेगी साथ ही देश का विकास होगा। उन्होने कहा कि कम आय वर्ग के लोगों का ध्यान रखते हुए जूते, तेल, साबुन व दवाइयों के दाम कम करके लोगों को राहत दी गई है।
ज्वैलरी व्यवसाई मिथलेश मिश्रा ने कहा है कि बजट में सब्जबाग ज्यादा दिखाए गए हैं। मोदी के बजट में ऐसा कुछ भी नहीं है जिससे गरीबों को कोई राहत मिल सके। तेल साबुन व दवाइयों की कीमतों को सस्ता किए जाने की बात कहकर जनता को महज गुमराह जरूर किया गया है। इस बजट में दिखावा ज्यादा किया गया है।