हड़ताल पर गए ग्रामीण डाकसेवक
सुलतानपुर: सेवा संबंधी समस्याओं को लेकर ग्रामीण डाकसेवकों ने बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ता
सुलतानपुर: सेवा संबंधी समस्याओं को लेकर ग्रामीण डाकसेवकों ने बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। शहर एवं ग्रामीण इलाके डाकघरों से संबद्ध डाकसेवकों ने मुख्य डाकघर के सामने दरी बिछा कर धरना शुरू कर दिया है। इनका कहना है कि जीडीएस कमेटी की रिपोर्ट को सरकार शीघ्र लागू करे और पेंशन का भी प्रावधान किया जाए।
ग्रामीण इलाकों में पत्र पहुंचाने का काम करने वाले ग्रामीण डाकसेवक बुधवार से कामकाज छोड़ हड़ताल पर चले गए। अखिल भारतीय ग्रामीण डाकसेवक संघ की जिला इकाई के बैनर तले जिला मुख्यालय स्थित हेड पोस्ट ऑफिस के सामने डाकसेवकों ने धरना शुरू कर दिया है। मंडलीय सचिव दिलीप तिवारी ने धरने को संबोधित करते हुए कहाकि जीडीएस रिपोर्ट नवंबर महीने में ही विभाग को सौंप दी गई। बावजूद इसके सरकार इसे लागू करने में आनाकानी कर रही है। ऐसे में हमें मजबूर होकर हड़ताल पर जाना पड़ा। वहीं अमेठी के अध्यक्ष शीतला पाठक ने कहाकि डाकसेवकों को भी स्थाई कर्मचारियों की भांति पेंशन मिलनी चाहिए। हम लोग दशकों से विभागीय कर्मचारी की तरह काम कर रहे हैं। लेकिन हमारी उपेक्षा की जा रही है। आठ घंटे का कार्य और विभागीयकरण जरूरी है। जीडीएस टारगेट के नाम पर भी परेशान व उत्पीड़ित किया जा रहा है, जिसे तत्काल बंद किया जाना चाहिए। आंदोलनकारियों ने चार सूत्रीय मांगपत्र भी उच्चाधिकारियों को सौंपा। कहाकि यह आंदोलन देशव्यापी है। हम अपना हक लेकर रहेंगे। इस मौके पर कोषाध्यक्ष रामप्रताप चौबे, अभिमन्यु ¨सह, केपी ¨सह, बृजेश तिवारी, शत्रुघन ¨सह, धुव्र नारायण, दिवाकर, रामनयन वर्मा, संतोष श्रीवास्तव, ईश्वरचंद्र आदि ने संबोधित किया।
इनसेट..: प्रभावित हुआ डाक वितरण का कामकाज
ग्रामीणांचल के डाकघर डाकसेवकों की हड़ताल से प्रभावित रहे। चिट्ठी पत्री वितरण का काम नहीं हो सका। लोग अपने जरूरी कागज पत्र लेने खुद ही डाकघरों तक पहुंचे। इसके अलावा अन्य जरूरी कामकाज भी नहीं हो सका।