जुल्म की हुई इंतिहा, पीड़ित पहुंचे जिलाधिकारी द्वार
सुल्तानपुर : झारखंड प्रांत से महीनों पूर्व सुल्तानपुर आए परिवार को भट्ठा मालिक ने अलग-अलग स्थान पर काम के लिए रखा। पथाई का कार्य समाप्त होने पर जब श्रमिकों ने मजदूरी मांगी तो उन्हें मारापीटा और बंधक लिया गया। शुक्रवार की रात भी भट्ठा मालिक ने मजदूरों को मारापीटा। किसी तरह रात में मजदूर परिवार सहित भागा। शनिवार को जिला मुख्यालय पर पहुंचकर उच्चाधिकारियों को प्रार्थनापत्र देकर आपबीती सुनाई और मजदूरी दिलाए जाने की मांग की।
झारखंड प्रांत के जिला गुमला के थाना घघरा अंतर्गत देवाकी गांव निवासी विमल कुमार पुत्र सोमरा उरांव महीनों पूर्व परिवार सहित मजदूरी करने सुल्तानपुर आया था। विमल के मुताबिक वह कादीपुर थानाक्षेत्र के बलुआ पौधन निवासी विनोद सिंह से मिला। उन्होंने विमल व पत्नी सीता तथा छह बच्चों को अलग-अलग भट्ठों पर ईट पथाई के लिए भेज दिया। विमल का कहना है कि मालिक महीनों काम लेते रहे। पथाई खत्म होने के बाद जब हिसाब-किताब की बात की गई तो विनोद सिंह भुगतान करने में आनाकानी करने लगे। विरोध करने पर परिवार के सदस्यों को मारापीटा और विमल को गोपालपुर, पत्नी और पांच बच्चों को गोसाईगंज थानाक्षेत्र के रंडौली स्थित ईट-भट्ठे पर व एक बच्चे को सुल्तानपुर स्थित अपने घर पर बंधक बनाए रखा। शुक्रवार की रात विमल गोपालपुर से भागकर रंडौली पहुंचा। वहां से किसी तरह परिवार को लेकर शनिवार को जिला मुख्यालय पहुंचा। जहां पुलिस-प्रशासन के उच्चाधिकारियों को प्रार्थनापत्र देकर आपबीती सुनाई और आरोपितों से मजदूरी दिलाने व उचित कार्रवाई की मांग की।