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धान लगाकर नहर के पानी को तरस रहे किसान

भदैंया (सुलतानपुर): बभनगंवा माइनर से निकली भदैंया नहर की सफाई दशकों से न होने से नहर जं

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Aug 2017 09:20 PM (IST)Updated: Thu, 17 Aug 2017 09:20 PM (IST)
धान लगाकर नहर के पानी को तरस रहे किसान
धान लगाकर नहर के पानी को तरस रहे किसान

भदैंया (सुलतानपुर): बभनगंवा माइनर से निकली भदैंया नहर की सफाई दशकों से न होने से नहर जंगल का रूप अख्तियार कर लिया है। माइनर में पानी आगे तक नहीं बढ़ पा रहा है। नहर की ¨सचाई के सहारे धान की रोपाई करने वाले किसानों की अब ¨चता बढ़ने लगी हैं। बर्बाद होती फसलें पानी को तरस रही हैं। वहीं बदहाल बिजली व्यवस्था से नलकूप आदि भी ठप पड़े हैं।

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भदैंया ब्लाक मुख्यालय से होकर बभनगंवा माइनर निकली है, जो रामगंज रजबहा के नरहरपुर स्कूल के पास से निकलकर गोमती नदी के किनारे गौतमपुर में जाकर मिलती है। इसी नहर से अभियाखुर्द गांव से भदैंया अल्पिका

नहर निकली है, जो 5 किमी लंबी है और अभियाकलां कुर्मियनवा पन्ना टिकरी होते हुए भदैंया गांव में जाकर समाप्त होती है। इस नहर से हजारों हेक्टेयर कृषि क्षेत्र की ¨सचाई होती है। लेकिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से इसकी हालत बदहाल है। करीब दस साल से नहर की पूरी साफ-सफाई नहीं हो सकी है। हाल यह है कि नहर के मुंहाने पर ही झाड़ियों का अंबार है। नहर की हालत जंगल सरीखा है। झाड़ियों व पेड़ उगने से पानी का बहाव आगे के लिए नहीं हो पा रहा है। किसान शिवाकांत वर्मा, सुरेश यादव, नंदलाल वर्मा, चंद्रप्रकाश मिश्र, सुधाकर मिश्र, रणजीत ¨सह, प्रभात तिवारी आदि ने नहर में पानी न पहुंचने से नाराजगी जताई है। इसकी सफाई व टेल तक पानी पहुंचाने की व्यवस्था मुकम्मल कराए जाने की मांग स्थानीय विधायक देवमणि दूबे व अभियंता से की है। इस बावत नहर विभाग के जेई आरएम पाल ने बताया कि नहर में रोस्टर पर पानी छोड़ा जा रहा है। सफाई की व्यवस्था कराने के लिए समिति का गठन किया गया है।


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