पर्यटकों को आकर्षित करेगा इको टूरिज्म
सुलतानपुर: वन विभाग ने कृत्रिम जंगलों को पर्यटक स्थल में तब्दील करने की योजना बनाई है। रेंजरों को वन
सुलतानपुर: वन विभाग ने कृत्रिम जंगलों को पर्यटक स्थल में तब्दील करने की योजना बनाई है। रेंजरों को वन क्षेत्र विकसित करने के सूत्र बताए जाएंगे। मकसद है कि पर्यटन के जरिए जंगलों को नया स्वरूप देने का। शासन ने इको टूरिज्म योजना को हरी झंडी दिखा दी है। कवायद से जंगलों को नया लुक मिलेगा। हरियाली एक बार फिर लहलहाएगी। लोगों को हरियाली के बीच बैठने व वन क्षेत्र का एहसास कराने का मौका मिलेगा। हालांकि इसके एवज में उन्हें जेब भी ढीली करनी होगी। विभाग की तरफ से इन क्षेत्रों में प्रवेश के लिए शुल्क लगाया जाएगा। जो बनाए जा रहे गेट पर टिकट के जरिए वसूला जाएगा। लम्भुआ तहसील के शाहपुर जंगल को विकसित किया जाएगा। हालांकि यहां पहले भी बैठने की कुर्सियां और पेयजल के प्रबंध किए गए हैं। प्रत्येक जिले से एक-एक रेंजर को प्रशिक्षण के लिए राजधानी बुलाया गया है। जहां उन्हें इको टूरिज्म व्यवस्था से अवगत कराते हुए इसके सफल क्रियान्वयन के सूत्र बताए जाएंगे।
इनसेट..जंगली जंतुओं से रूबरू होंगे विद्यार्थी
इस कवायद से मोर, नेवला, वनरोज, सियार शाहपुर व फतेहपुर जंगल में घूमते रहते हैं। वन क्षेत्र के भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों को इन्हें नजदीक से देखने व इनके प्राकृतिक आवास व रहन-सहन से परिचित होने का मौका मिलेगा। सुरक्षा के लिए फारेस्टर व वन निरीक्षकों को तैनात किया जाएगा। जो सुबह दस से शाम पांच बजे के बीच भ्रमण की इजाजत देंगे।
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पर्यटन से विकसित किए जाएंगे जंगल
रेंजर सदर तहसील संत कुमार तिवारी ने बताया कि जिले से उन्हें प्रशिक्षण के लिए लखनऊ बुलाया गया है। जहां इको टूरिज्म के सभी पहलुओं से अवगत कराया जाएगा। मकसद है पर्यटन को बढ़ावा देकर मिलने वाली धनराशि से जंगलों को विकसित करना।