प्रशासन हरकत में, अनफिट स्कूली वाहन मुसीबत में
सुलतानपुर : एटा बस हादसे के बाद शुक्रवार को स्थानीय प्रशासन हरकत में आया। सुबह से ही परिवहन विभाग ने
सुलतानपुर : एटा बस हादसे के बाद शुक्रवार को स्थानीय प्रशासन हरकत में आया। सुबह से ही परिवहन विभाग ने कई स्थानों पर चे¨कग लगा दी। जिसके खौफ से अधिकांश स्कूली बसों के चक्के थम गए। बच्चे सड़क किनारे रोज की तरह इंतजार करते रहे और फिर उन्हें मायूसी हाथ लगी। उधर, परिवहन विभाग ने तीन दिन का विशेष चे¨कग अभियान शुरू कर दिया है। कई स्कूली वाहनों का संचालन अवैध पाया गया, जिन्हें सीज कर दिया गया।
जिले में यूं तो 519 स्कूली वाहन परिवहन महकमे में पंजीकृत हैं। इनमें 36 से 61 सीटर वाहनों यानी बसों की तादाद 113 है। लेकिन हकीकत यह है कि सड़कों पर सैकड़ों की तादाद में स्कूल बसें दौड़ रहीं हैं। गुरुवार को एटा में बस हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन को इन डग्गामार वाहनों की सुधि आई। सुबह से ही एआरटीओ ने प्रमुख मार्गों पर चे¨कग लगा दी। जिससे स्टेला मॉरिस कांवेंट जहां पर 11 निजी बसें स्कूली बच्चों को ढोने के लिए अटैच हैं। इनमें से इक्का-दुक्का को छोड़ सभी के चक्के थम गए। ये बसें अंडर ग्राउंड हो गईं। शहर एवं ग्रामीणांचल में सड़क किनारे खड़े बच्च बस आने का इंतजार करते रहें, उन्हें लेने बसें नहीं पहुंचीं। यही हाल कई अन्य निजी स्कूलों का भी रहा।
इनसेट..: बिना पंजीयन चल रही थी बस
गभड़िया के महुअरिया में खुले नए अत्याधुनिक स्कूल की दो बसें चें¨कग के दौरान अफसरों की नजर में आ गईं। एक का चालान हुआ और दूसरी का पंजीयन ही नहीं कराया गया था। जिसे सीज कर दिया गया। एआरटीओ एलबी ¨सह ने बताया कि इसके अलावा दो मिनी बस व एक मैजिक भी स्कूली बच्चों को ढोती मिलीं, जिन्हें सीज कर दिया गया है। ये अभियान कड़ाई से अनवरत चलेगा। गैस किट लगाकर मासूमों की जान से खिलवाड़ करने वाले वैन एवं छोटे वाहनों को भी सीज किया जाएगा।