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अफसरों की नाकामी बयां कर रहीं पॉलीथीन की दुकानें

सुलतानपुर : प्रदेश सरकार के रोक लगाने के बाद भी जिले में पॉलीथीन का कारोबार फल फूल रहा है। शहर समेत

By Edited By: Published: Fri, 02 Dec 2016 11:50 PM (IST)Updated: Fri, 02 Dec 2016 11:50 PM (IST)
अफसरों की नाकामी बयां कर रहीं पॉलीथीन की दुकानें

सुलतानपुर : प्रदेश सरकार के रोक लगाने के बाद भी जिले में पॉलीथीन का कारोबार फल फूल रहा है। शहर समेत तहसील व ब्लॉक क्षेत्रों में दुकानों से पॉलीथीन सामग्रियों की बिक्री की जा रही है। बीते कई माह से जांच व छापामारी नहीं होने से इनका उपयोग बढ़ता जा रहा है।

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शहर के मुरारीदास की गली में पॉलीथीन के सामानों की सबसे अधिक खरीद-फरोख्त की जाती है। शादी ब्याह के आयोजन हों या मांगलिक व शोक से जुड़े कार्यक्रम। धड़ल्ले से कारोबार फल फूल रहा है। पूर्व में ईको फ्रेंडली बैग बनवाने के लिए कई बड़े दुकानदार आगे आए। आर्डर दिए गए। कपड़े, दवाओं के स्टोर, जनरल स्टोर समेत अन्य दुकानों से ईको फ्रेंडली झोले दिए जाने लगे। लेकिन छोटे दुकानदारों ने पॉलीथीन की बिक्री बंद नहीं की। कुछ माह बाद बड़े कारोबारी भी पुराने डगर पर चल पड़े और ईको फ्रेंडली झोले छोड़ पॉलीथीन की ब्क्रिी शुरू कर दी। इन दिनों एकबार फिर पॉलीथीन की बिक्री तेजी से चल रही है।

पॉलीथीन पर्यावरण के लिए खतरनाक : डीएफओ

प्रभागीय वनाधिकारी केसी बाजपेई ने बताया कि पॉलीथीन से पर्यरवरण को काफी नुकसान हो रहा है। पॉलीथीन खाने से जानवरों के जीवन पर संकट उत्पन्न हो जाता है। मिट्टी की उर्वरा शक्ति में गिरावट आ जाती है। वन क्षेत्रों में भी इसका दुष्परिणाम देखा जा रहा है।


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