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नेपाल तक फैला दवा के अवैध कारोबार का जाल

सुलतानपुर : वह हाईस्कूल पास है, लेकिन वर्षों से डॉक्टर बनकर दवा का बड़ा कारोबार कर रहा था। लाखों की द

By Edited By: Published: Wed, 16 Nov 2016 12:08 AM (IST)Updated: Wed, 16 Nov 2016 12:08 AM (IST)
नेपाल तक फैला दवा के अवैध कारोबार का जाल

सुलतानपुर : वह हाईस्कूल पास है, लेकिन वर्षों से डॉक्टर बनकर दवा का बड़ा कारोबार कर रहा था। लाखों की दवाएं आस-पड़ोस की दुकानों तक में डंप किए था। जिले के जिम्मेदारों ने कभी उसे छेड़ा नहीं। पानी जब सिर के ऊपर हुआ तो सहायक आयुक्त औषधि के निर्देश पर कई जिलों की संयुक्त टीम ने उसके अड्डे पर छापा मारा। बड़ी मात्रा में दवाएं बरामद हुईं, झोलाछाप जेल गया। इधर, विभिन्न एजेंसियों व दवा के थोक व्यवसाइयों की धुकधुकी बढ़ गई, जो उसे बड़ी मात्रा में दवा आपूर्ति करते थे। बात नीचे से निकल कर आ रही है कि यह दवाएं दूसरे के नाम बि¨लग से मंगाकर नेपाल तक सप्लाई होती थी। इसके खातिर कई जिलों में इस झोलाछाप का अपना नेटवर्क था। जांच हो रही है, मामला दबता है या खुलता है यह तो वक्त बताएगा, परंतु दवा के अवैध कारोबारियों के माथे पर गुलाबी जाड़े में पसीना आ रहा है।

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सहायक आयुक्त औषधि पीके तिवारी के निर्देश पर गत दिनों शहर के सिरवारा रोड इलाके में झोलाछाप डॉक्टर शीतला प्रसाद गुप्ता की क्लीनिक पर छापा मारा गया था। बाराबंकी, अंबेडकरनगर, अमेठी, सुलतानपुर के औषधि निरीक्षकों व कोतवाली पुलिस के संयुक्त दल ने दो कमरों की क्लीनिक से करीब छह लाख रुपये की दवाएं व 2 लाख 52 हजार रुपये नकद बरामद किया था। मौके से बड़ी मात्रा में बिल और इस्टीमेट मिले हैं, जिन पर डा. एससी गुप्ता का नाम अंकित है। सूत्रों की मानें तो फैजाबाद व बहराइच के रास्ते दवाओं की नेपाल तक तस्करी की जाती है। छापेमार दल के अगुवा बाराबंकी के डीआइ ओपी यादव ने बताया कि जांच-पड़ताल की जा रही है। प्रकरण की रिपोर्ट सहायक आयुक्त औषधि (फैजाबाद) को भेज दी गई है।

कौन है डॉ.एससी गुप्ता

पकड़े गए अवैध दवा व्यापारी शीतला प्रसाद गुप्ता की शैक्षिक योग्यता हाईस्कूल बताई जा रही है। ऐसे में उसका डॉक्टर होना कोरी कल्पना के सिवा कुछ नहीं। फिर उनकी क्लीनिक पर लाखों की दवाएं किस लाइसेंस पर सप्लाई होती थीं, इसकी भी जांच हो रही है। सूत्रों का कहना है कि दवाएं किसी डाक्टर एससी गुप्ता के नाम बुक होती थीं। उन्हीं के लाइसेंस के सहारे इनके ठिकाने तक आती थीं। यानी शीतला प्रसाद गुप्ता का संक्षिप्त नाम लिखें तो एसपी गुप्ता आता है। जबकि दवाएं आती थीं डॉ.एससी गुप्ता के नाम से। ऐसे में डाक्टर एससी गुप्ता कौन है यह तलाश हो रही है और जानकारी तो यह भी आ रही है कि कई थोक व्यापारी अवैध तरीके से झोलाछाप को दवा सप्लाई करने की जद में आ रहे हैं।

औषधि विभाग में चल रही जोड़तोड़

औषधि नियंत्रक दल ने जो दवाओं की सप्लाई की पर्चियां झोलाछाप की क्लीनिक से बरामद की थीं। वह जिला अस्पताल परिसर स्थित में खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग में जमा कर दी गई थीं। बताया जा रहा है कि दफ्तर के कुछ कर्मी इन पर्चियों को जांच के दायरे में फंसे थोक दवा व्यवसाइयों को चुपके से लौटाए दे रहा है। उसकी एवज में मोटी रकम वसूली जा रही है।


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