झोलाछाप की क्लीनिक में छापा
सुलतानपुर : शहर समेत विभिन्न बाजारों व कस्बों में दुकान खोलकर बैठे झोलाछापों की अब खैर नहीं। लोगों
सुलतानपुर : शहर समेत विभिन्न बाजारों व कस्बों में दुकान खोलकर बैठे झोलाछापों की अब खैर नहीं। लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने वाले इन कथित डॉक्टरों के खिलाफ शासन ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के निर्देश पर शनिवार को पुलिस व चार जिलों के औषधि निरीक्षकों के संयुक्त दल ने शहर के सिरवारा रोड इलाके में एक दुकान पर छापा मारा। छापेमारी में करीब पांच लाख रुपये से अधिक कीमत की दवाएं व लगभग ढाई लाख रुपये नगद बरामद हुए। दुकानदार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के आयुक्त (फैजाबाद मंडल) पीके तिवारी के निर्देश पर शनिवार को दोपहर बाद बाराबंकी जिले के औषधि निरीक्षक ओपी यादव के नेतृत्व में डीआइ अंबेडकरनगर अनीता कुरील, डीआइ अमेठी नवीन कुमार व डीआइ सुलतानपुर माधुरी ¨सह ने कोतवाली नगर के उप निरीक्षक आदित्य कुमार यादव के साथ सिरवारा रोड स्थित सरोश क्लीनिक पर छापा मारा। दल को देखते ही क्लीनिक संचालक शीतला प्रसाद गुप्ता निवासी पारकींसगंज, कोतवाली नगर भागने लगा। जिस पर पुलिस ने उसे दबोच लिया। डीआइ ओपी यादव ने बताया कि बिना लाइसेंस के दवाओं का अवैध कारोबार कई वर्षों से किया जा रहा था जिसकी शिकायत आयुक्त से की गई थी। मौके पर भारी मात्रा में अंग्रेजी दवाओं का भंडार मिला है जिनमें अधिकांश दवाएं एक्सपायर हो चुकी थीं। बरामद दवाओं की कीमत का आंकलन किया जा रहा है। पकड़ी गई दवाओं की कीमत पांच लाख रुपये से अधिक आंका जा रहा है। शहर कोतवाल आजाद ¨सह ने बताया कि दुकान संचालक दसवीं पास है। वह बिना डिग्री के मरीजों का इलाज कर रहा था। दुकान से 2 लाख 52 हजार रुपये नगद मिला है। औषधि निरीक्षक माधुरी ¨सह की तहरीर पर शीतला प्रसाद गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।