चांदा के जर्जर खंभों-तारों को बदलें, वरना होगा आंदोलन
सुलतानपुर : आम आदमी की जान से बिजली विभाग खेल रहा है। चांदा के जर्जर तार और खंभे इसके प्रमाण हैं।
सुलतानपुर : आम आदमी की जान से बिजली विभाग खेल रहा है। चांदा के जर्जर तार और खंभे इसके प्रमाण हैं। शिकायतों का दौर चलता रहा और अधिकारी मूकदर्शक बने रहे। अब बर्दाश्त के बाहर है। शनिवार को यही चेताकर युवक कांग्रेस के नेताओं ने अधीक्षण अभियंता को मांगपत्र सौंपा और साफ कहा कि अब याचना नहीं संघर्ष के लिए भी हम तैयार हैं। या तो विभाग व्यवस्था सुधारे नहीं तो लोगों का गुस्सा झेले। चांदा में अर्से से बिजली की बदहाली कायम है। करंट से हुई कई मौतों के बाद भी वहां का विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा है। क्षेत्रीय लोगों की मान-मनौव्वल के बावजूद अफसरों ने संजीदगी नहीं दिखाई। इसी बात से खफा युवक कांग्रेस के नेता रीतेश ¨सह रजवाड़ा के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ता शनिवार को अधीक्षण अभियंता से मिले। बताया कि लोकल स्तर पर तैनात जेई सुरेंद्र यादव और लाइनमैन फोन तक नहीं रिसीव करते। चांदा बाजार में बीच सड़क पर ही तार लटक रहे हैं। कई बार दुर्घटनाएं भी हुईं। 11 जुलाई को वाहन की टक्कर से 11 हजार की लाइन क्षतिग्रस्त हुई। तीन दिन बिजली गायब थी। फिर उन्हीं लटकते तारों में करंट प्रवाहित किया गया। जिससे लोगों की जान पर जोखिम है। यही नहीं गड़मा कोइरीपुर में स्वीकृत ट्रांसफार्मर भी नहीं पहुंचाया गया। यह सब लापरवाही के ताजा प्रमाण है। सात दिन का वक्त देते हुए कार्यकर्ताओं ने चेताया कि व्यवस्था न बदली तो अब निवेदन नहीं लोकतांत्रिक तरीके से विरोध होगा। प्रतिनिधि मंडल में प्रमुख रूप से सुभाष गुप्ता, डीसी पांडेय, मानस तिवारी, तेज बहादुर पाठक, मो.राकिब, अवधेश आदि मौजूद रहे।