डीएम का हुआ सच से सामना
सुलतानपुर : अल्पसंख्यक कल्याण व विकलांग कल्याण विभाग में क्या कुछ गड़बड़ चल रहा है? यही जांचने जिलाधिक
सुलतानपुर : अल्पसंख्यक कल्याण व विकलांग कल्याण विभाग में क्या कुछ गड़बड़ चल रहा है? यही जांचने जिलाधिकारी शनिवार को अपराह्न साढ़े तीन बजे विकास भवन जा पहुंचे। पहले अल्संख्यक विभाग कार्यालय का निरीक्षण किया। विभाग के अधिकारी से लेकर कर्मचारियों की लापरवाही उजागर हो गई। बिना छुट्टी लिए माहभर से सहायक नदारद है। उसको निलंबित करने की संस्तुति की गई है। जबकि अभिलेख अद्यतन न रखने पर एक लिपिक का वेतन रोका गया। लापरवाह बाबुओं पर कार्रवाई न करने पर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी से पूछताछ हुई तो वे स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए।
अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में बड़े पैमाने पर खामियां पाई गईं। सहायक संतराम बिना सूचना के माहभर से नदारद पाया गया। पूछने पर बाबुओं ने कहा, साहब संतराम बराबर दफ्तर आता है। डीएम एस.राज¨लगम ने पंजिका जांची तो झूठ उजागर हो गया। इस पर जिला प्रभारी अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को फटकार लगाई। सहायक को निलंबित करने की संस्तुति करने का आदेश दिया। लिपिक अलीम अंसारी भी छुट्टी गए हैं। काम देख रहे बाबू ने अभिलेख अद्यतन नहीं किया। उनका वेतन रोकने को निर्देशित किया। विकलांग कल्याण विभाग में पेंशन, शादी अनुदान, कृत्रिम अंग वितरण, शिकायत आदि पटलों की जांच की। जिला विकलांग कल्याण अधिकारी जय प्रकाश ¨सह ने बताया कि 13,686 दिव्यांगों को पेंशन दी जा रही है। दस लोगों ने शादी अनुदान के लिए आवेदन किया है। उन्हें लाभांवित करने की प्रक्रिया की जा रही है। तहसील दिवस की शिकायत का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण नहीं पाया गया। डीएम ने मानक के अनुसार ही कामकाज न करने पर कार्रवाई की हिदायत दी। इस मौके पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पवन अग्रवाल, डीडीओ हरिशंकर ¨सह आदि मौजूद रहे।