सराहे गए बाल विज्ञानियों के मॉडल
सुलतानपुर : गांव-गिरांव में भी होनहार-बिरवान की कमी नहीं है। उन्हें तराशने और प्रोत्साहित करने की जर
सुलतानपुर : गांव-गिरांव में भी होनहार-बिरवान की कमी नहीं है। उन्हें तराशने और प्रोत्साहित करने की जरूरत है। उनमें भी अब्दुल कलाम, भाभा और विक्रम साराभाई बनने की क्षमता है। बशर्तें हम उन्हें पहचाने और आगे बढ़ाएं। ये कहना है कि मुख्य विकास अधिकारी श्रीकांत मिश्रा का। वे मंगलवार को रामनरेश त्रिपाठी सभागार में जिला स्तरीय तीन दिवसीय इंस्पायर अवार्ड विज्ञान प्रदर्शनी के निरीक्षण के उपरांत गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के असामयिक निधन पर उन्हें सर्वप्रथम दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इस अवसर पर सीडीओ मिश्र ने पूर्व राष्ट्रपति के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को याद किया और उनके निधन को देश की अपूर्णीय क्षति बताया। एडीएम कृष्णलाल तिवारी ने छात्र-छात्राओं के बनाए मॉडलों को सराहा और शिक्षकों को धन्यवाद ज्ञापित किया। डीडीओ हरिशंकर ¨सह ने भी मॉडलों का अवलोकन किया। कहाकि यदि सही मार्गदर्शन मिले तो ये विद्यार्थी देश व प्रदेश का नाम रोशन कर सकते हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक गिरीश कुमार ¨सह ने बताया कि छठीं से दसवीं कक्षा तक के दो-दो छात्राओं का चयन विद्यालय के प्रधानाध्यापकों ने प्रदर्शनी के लिए किया है। कुल 1087 छात्र-छात्राएं इंस्पायर अवार्ड प्रदर्शनी के लिए चुने गए हैं। इनमें 1049 बेसिक विद्यालयों के हैं। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को विज्ञान के क्षेत्र में उच्च अध्ययन के लिए प्रेरित करना है। बीएसए रमेश यादव ने बताया कि चयनित बच्चों को 5000 रुपये की धनराशि का चेक उपलब्ध करा दिया गया है। 2500 रुपये मॉडल व 2500 मार्ग व्यय के लिए निर्धारित है। सर्वश्रेष्ठ मॉडल चयन होने के बाद विजयी प्रतिभागियों का चयन कर उन्हें प्रदेश स्तरीय प्रदर्शनी के लिए भेजा जाएगा। इस अवसर जिला व्यायाम शिक्षक राहुल तिवारी, प्राथमिक शिक्षक संघ के दिलीप पांडेय, रणवीर ¨सह, केडी ¨सह, रामफेर भार्गव, अनीता ¨सह, रईस अहमद, बृजेश ¨सह, माध्यमिक शिक्षा विभाग के रामप्रकाश पांडेय आदि मौजूद रहे।