अफसरों ने हवा में उड़ाया एक और अभियान
सुल्तानपुर : अभियान कितना भी महत्वपूर्ण क्यों न हो, अफसर चाह लें तो उसकी हवा निकाल ही देंगे। रविवार
सुल्तानपुर : अभियान कितना भी महत्वपूर्ण क्यों न हो, अफसर चाह लें तो उसकी हवा निकाल ही देंगे। रविवार को निर्वाचन आयोग के अहम कार्यक्रम का जिम्मेदारों ने मखौल उड़ा दिया। न बूथों पर गए और न ही अभियान की सफलता के लिए कोई पूर्व योजना बनाई। जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली की पोल उस वक्त खुल गई, जब उप जिला निर्वाचन अधिकारी बूथों पर पहुंचे। जिम्मेदारों की लापरवाही से नाखुश उप जिला निर्वाचन अधिकारी बूथ लेवल अफसरों पर कार्रवाई के लिखा है। साथ ही उपजिला अधिकारियों को भी चेताया है।
भारत निर्वाचन आयोग ने निर्वाचक नामावलियों को प्रमाणित करने के लिए तीन मार्च से अभियान चलाने का निर्देश दे रखा है। इस क्रम में रविवार को बूथों पर मतदाता नामावलियों को पुनरीक्षित किया जाने का कार्यक्रम तय था। उप जिला निर्वाचन अधिकारी कृष्णलाल तिवारी ने अभियान की महत्ता को देखते हुए समयबद्ध तैयारी शुरू करने का जिम्मेदारों को निर्देश दिया। लेकिन उन्हें क्या पता कि मातहत निर्देशों के साथ अभियान की धज्जी उड़ा देंगे। उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने 11 मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया। अधिकांश केंद्रों पर बीएलओ नदारद पाए गए। वहीं एकाध मतदेय स्थल पर कर्मी आए भी तो कोई मतदाता फार्म भरने नहीं पहुंचा।
इनसेट..:यहां नदारद रहे बीएलओ
उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि केशकुमारी इंटर कॉलेज के बूथ पर बीएलओ गीता व किरन, जीआइसी के बूथ पर विजय लक्ष्मी, बांसगांव उच्चतर प्राथमितक विद्यालय, प्राथमिक पाठशाला व इंटर कालेज रतनपुर आदि केंद्रों पर बीएलओ नदारद पाए गए। बरौंसा प्राथमिक विद्यालय बंद पाया गया। मोतिगरपुर प्रावि में कर्मी मौजूद रहा। उधर, अधिकांश केंद्रों पर कोई फार्म भरने भी नहीं पहुंचा।
इनसेट..: एसडीएम को चेताया, बीएलओ पर कार्रवाई
उपजिला निर्वाचन अधिकारी ने अभियान फ्लाप होने के सभी एसडीएम को जिम्मेदार माना है। उन्होंने कहा कि उपजिलाधिकारियों की ढिलाई के चलते अभियान का उद्देश्य अधूरा रहा। इसके लिए उन्हें चेताया गया है। नदारद बीएलओ पर कार्रवाई के बाबत पूछने पर उन्होंने कहा कि निर्वाचक रजिष्ट्रीकरण अधिकारियों को बीएलओ पर कार्रवाई के लिखा गया है।