मंदिर में लूट, पुजारी की नृशंस हत्या
सुल्तानपुर : शहर से सटे अमहट गांव के निकट ईश्वरीदास तालाब परिसर में स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर म
सुल्तानपुर : शहर से सटे अमहट गांव के निकट ईश्वरीदास तालाब परिसर में स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में बुधवार की रात बदमाशों ने लूटपाट की और पुजारी की धारदार हथियार से हत्या कर दी। वारदात की जानकारी गुरुवार की सुबह तब हुई जब श्रद्धालु मंदिर में पूजन-अर्चन को पहुंचे। मंदिर परिसर में पुजारी का रक्तरंजित शव पड़ा हुआ था। दानपात्र समेत तमाम सामान व पीतल के घंटे गायब थे। जिससे इलाके में सनसनी फैल गई।
शहर के निकटवर्ती अमहट इलाके में लखनऊ-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे हुए ईश्वरीदास तालाब परिसर में प्राचीन सिद्धेश्वर महादेव मंदिर है। मंदिर की देखभाल के लिए कोतवाली देहात क्षेत्र अंतर्गत श्रीपुर (हनुमानगंज) निवासी कमलाकांत उपाध्याय (40) पुत्र रामकलप उपाध्याय पुजारी के रूप में रहा करते थे। धम्मौर संवादसूत्र के अनुसार, गुरुवार को भोर में जब श्रद्धालु जब पूजन-अर्चन के लिए मंदिर पहुंचे तो गर्भगृह का दृश्य देखकर अवाक रह गए। परिसर में लहूलुहान पुजारी का शव फर्श पर पड़ा हुआ था। दानपात्र, पीतल के घंटे और काफी सामान गायब था। पुजारी के बक्से, कपड़े व आदि भी बिखरे पड़े थे। खबर फैली तो थोड़ी ही देर में बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए। नगर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पुलिस कप्तान सोनिया सिंह, व आइपीएस अधिकारी ख्याति गर्ग ने भी मौके की पड़ताल की।
मंदिर में रहता था एक और व्यक्ति
हसनपुर के अग्रवाल परिवार के पुश्तैनी मंदिर सिद्धेश्वर महादेव की देखभाल के लिए पुजारी कमलाकांत उपाध्याय के साथ कोची गांव निवासी संतराम यादव भी रहता था। अग्रवाल परिवार के सदस्य मुरारीदास गली निवासी राजेंद्र अग्रवाल बताते हैं कि बुधवार की शाम संतराम काम निपटा कर करीब साढ़े सात बजे घर चला गया था। सुबह जब उसे घटना की जानकारी मिली तो वह मंदिर पहुंचा था। अग्रवाल का कहना है कि सबसे पहले वे स्वयं मंदिर पहुंचे थे और उन्होंने पुजारी को आवाज दी, कोई उत्तर नहीं मिला तो उन्होंने मंदिर के गर्भगृह की ओर कदम बढ़ाया तब अंदर का लोमहर्षक दृश्य देखकर दंग रह गए। पुजारी का मोबाइल गायब है।