चीनी मिल के महाप्रबंधकों पर कसा शिकंजा
सुल्तानपुर : किसान सहकारी चीनी मिल के पूर्व व वर्तमान महाप्रबंधकों पर बड़े धांधली का साया गहरा गया है
सुल्तानपुर : किसान सहकारी चीनी मिल के पूर्व व वर्तमान महाप्रबंधकों पर बड़े धांधली का साया गहरा गया है। किसानों की शिकायत पर जांच हुई। एडीएम (वित्त एवं राजस्व) व जिला गन्ना अधिकारी ने दस्तावेज खंगाले तो 27.53 लाख रुपये का भुगतान स्पष्ट नहीं हो सका। प्रबंधकों का कहना है कि उन्होंने किसानों को पैसे दिए, पर जांच रिपोर्ट में इसकी पुष्टि नहीं हुई। जांच के नियुक्त दोनों अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को प्रेषित कर दी है। बताया जाता है कि डीएम ने शासन को कार्रवाई के लिए फाइल आगे बढ़ा दी है।
बताते चलें कि किसान सहकारी चीनी मिल में गन्ना किसानों का बड़ा बकाया वर्षो से लंबित है। समय-समय पर किसान और संगठन के लोग आवाज उठाते रहते हैं। शासन स्तर पर भी छानबीन होती रही। साथ ही कुछ समय पूर्व उच्च न्यायालय में भी गन्ना किसानों के बकाए का मुद्दा उठा। शिकायतों के मद्देनजर एडीएम वित्त एवं राजस्व ज्वाला प्रसाद तिवारी व जिला गन्ना अधिकारी अशर्फीलाल को गन्ना किसानों को दर्शाए गए भुगतान की जांच सौंपी गई। जब जांच हुई तो अधिकारियों ने पाया कि 27.53 लाख रुपये पूर्व महाप्रबंधक प्रबुद्ध चौबे व वर्तमान महाप्रबंधक पीके श्रीवास्तव द्वारा फर्जी तरीके से कागजी कोरम पूरा कर निपटा दिया गया है। प्रथम दृष्टया जांच अधिकारियों ने इसे अनियमितता माना है और अपनी जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को इक्कीस फरवरी को सौंपी। बताया जाता है कि डीएम अदिति सिंह ने तीन दिन उक्त जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई के लिए शासन के लिए संदर्भित कर दी है। वहीं किसानों को दर्शाए गए भुगतान मामले में जांच अधिकारी/जिला गन्ना अधिकारी अशर्फी लाल कहते हैं जांच में पूर्व महाप्रबंधक प्रबुद्ध चौबे व वर्तमान महाप्रबंधक पीके श्रीवास्तव द्वारा भुगतान करने में अनियमितता पाई गई है। दोनों महाप्रबंधकों पर कार्रवाई के लिए शासन को लिखा गया है। उधर, चीनी मिल के महाप्रबंधक पीके श्रीवास्तव के मोबाइल नंबर 7408404551 पर तीन बार काल किया गया। लेकिन उन्होंने बात करना मुनासिब नहीं समझा।