राजनारायण बन गए राना खान
सुल्तानपुर : गाहे-बगाहे धर्म परिवर्तन जैसे संवेदनशील विषय सामने आ ही जाते हैं। बुधवार को करौंदीकलां
सुल्तानपुर : गाहे-बगाहे धर्म परिवर्तन जैसे संवेदनशील विषय सामने आ ही जाते हैं। बुधवार को करौंदीकलां थाना क्षेत्र के हरीपुर में राजनारायण तिवारी ने शाम होते ही इस्लाम धर्म स्वीकार कर राना खान बन गए, जिसके बाद क्षेत्र में जबरदस्त चर्चा शुरू हो गई। तिवारी का कहना है कि उन्होंने अपना घर बार छोड़ दिया है और अफसरों सहित प्रदेश सरकार और राष्ट्रपति को धर्म परिवर्तन का शपथ पत्र भी भेज दिया है।
कादीपुर तहसील के हरीपुर गांव में शाम को नजारा कुछ बदला-बदला सा दिखा। लोगों में कौतूहल का विषय बने थे शिक्षक रामआसरे तिवारी के बेटे राजनरायन तिवारी। वे आजमगढ़ जाकर हाजी मुश्ताक से इस्लाम धर्म की दीक्षा ले आए थे। अपने घर गए और माता-पिता से बोले कि मैंने कलावा उतारकर काला धागा गले में धारण कर मुस्लिम बन गया हूं। इस पर घर वाले नाराज हुए और उनको अलग कर दिया। बताया जाता है कि इसके बाद राजनारायन गांव से कुछ दूरी पर स्थित पहले से निर्मित एक मकान में चले गए। धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर जब तिवारी से बात की गई तो उन्होंने इस्लाम धर्म को अच्छा और सदमार्गी कहा। उन्होंने कहा कि मेरे तीन बेटे, पत्नी सभी नागपुर में रहते हैं। अब मेरा इस्लाम धर्म से नाता जुड़ चुका है। मैंने राष्ट्रपति, राज्यपाल, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और प्रदेश सरकार को शपथ पत्र के जरिए इत्तिला भी दे दी है। जब उनसे यह पूछा गया कि क्या इसके पीछे कोई लालच थी, तो उन्होंने कहा कि मेरा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया कादीपुर की शाखा में मात्र चार सौ रुपये हैं। इससे ऊपर जो भी रुपया हो वो स्वेच्छा से लोग निकालकर गरीबों में वितरित कर दें। मैंने किसी तरह लोभ-लालच में आकर यह निर्णय नहीं किया है। उधर, थानाध्यक्ष करौंदीकलां रामचंद्र चौधरी का कहना है कि उन्हें अभी इस तरह की कोई जानकारी नहीं है। जबकि एसडीएम कादीपुर रामअभिलाष कहते हैं कि वे लखनऊ में हैं उन्हें इस प्रकरण पर फोन आया था वो भी जानकारी चाह रहे थे। जबकि अभी खुद उन्हें पुख्ता जानकारी नहीं है। कादीपुर पहुंचकर देखेंगे।