..ताकि गोलियां न शांत कर सकें किलकारियां
सुल्तानपुर : 'पाकिस्तान के पेशावर शहर में स्कूल बच्चों पर आतंकी हमला दुनिया की जघन्यतम वारदात है। सम
सुल्तानपुर : 'पाकिस्तान के पेशावर शहर में स्कूल बच्चों पर आतंकी हमला दुनिया की जघन्यतम वारदात है। समाज में ऐसे कृत्यों की हम भर्त्सना करते हैं। भारत सदैव ही अ¨हसा का पक्षधर रहा है। महामहिम से हमारी प्रार्थना है कि आतंकी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए विश्व जनमत तैयार करें, जिससे कि किलकारियों को भविष्य में बंदूक की गोलियों से शांत न किया जा सके।' ..ये शब्द हैं रामराजी सरस्वती बालिका विद्यामंदिर की छात्राओं के। शुक्रवार को इन स्कूली छात्राओं ने शहर में मौन जुलूस निकाला। पेशावर घटना में मारे गए मासूम विद्यार्थियों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित कर संपूर्ण विश्व में आतंकवाद के खिलाफ जनमत तैयार करने का अनुरोध किया।
पेशावर घटना को लेकर पूरे जिले में रोजाना शोक श्रद्धांजलि का तांता लगा हुआ है। पूर्वाह्न शहर के शाहगंज स्थित सरस्वती बालिका विद्यामंदिर की छात्राएं भी इस घटना के विरोध में मुखर हो उठीं। हाथों में आतंकवाद के खिलाफ स्लोगन अंकित तख्तियां लिए हुए सैकड़ों छात्राएं नगर भ्रमण किया। कलेक्ट्रेट पहुंचकर दो मिनट का मौन रखकर आतंकी हमले में मारे गए विद्यार्थियों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद जिलाधिकारी के प्रतिनिधि को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा। वहीं दिव्य परिषद ने बर्बरतापूर्ण कृत्य पर शोक, आक्रोश व विरोध जताया। संगठन की बैठक में पाकिस्तान सरकार के तालिबानों पर प्रति नरम रुख की निंदा की। इस मौके पर लालजी शर्मा, वीरेंद्र सिंह, रामबालक, दिनेश श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे। धनपतगंज संवादसूत्र के अनुसार, स्वामी विवेकानंद विद्यालय में शोक सभा कर बच्चों ने मृतात्मा की शांति के लिए कैडिंल मार्च निकाला। जिला संयोजक ज्ञानप्रकाश पांडेय ने कहाकि सांप पालना जीवन के लिए जितना खतरनाक है, आतंकवाद को प्राश्रय देना उससे ज्यादा खतरनाक है। इस मौके पर हर्षिता, मांशी, मृदुला, सिमरन, सुनील, आनंद, राहुल, संदीप आदि बच्चों ने सामाजिक संगठनों के साथ कैडिंल मार्च निकाला। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।