एमएलसी पिटाई मामले की जांच शुरू
सुल्तानपुर : विधान परिषद सदस्य अशोक सिंह की पिटाई मामले में विप की विशेषाधिकार समिति शुक्रवार को जां
सुल्तानपुर : विधान परिषद सदस्य अशोक सिंह की पिटाई मामले में विप की विशेषाधिकार समिति शुक्रवार को जांच करने जिले में पहुंची। समिति ने मामले में लापरवाही बरतने के आरोपी अधिकारियों के बयान दर्ज किया और घटनास्थल का जायजा लिया। सुनवाई में तत्कालीन एसपी किरण एस की गैरमौजूदगी को टीम ने गंभीरता से लिया। समिति अध्यक्ष ने इस बाबत प्रमुख सचिव गृह से जवाब तलब करने की बात कही है।
विप के कार्यकारी सभापति व विशेषाधिकार समिति के अध्यक्ष महेश आर्य, विप सदस्य जितेंद्र यादव, अनिल कुमार मवाना उक्त मामले में सुनवाई करने दोपहर करीब साढ़े ग्यारह बजे विकास भवन सभाकक्ष पहुंचे। 25 दिसंबर 2013 को एमएलसी अशोक सिंह की पिटाई मामले में दायित्व का निर्वहन न करने के आरोपी सीओ सिटी वीपी सिंह व नगर कोतवाल जीतेंद्र गिरी के बयान दर्ज किए गए। सुनवाई में तत्कालीन एसपी किरण एस. को भी पेश होना था लेकिन वे अनुपस्थित रहे। समिति अध्यक्ष आर्य ने इसे गंभीरता से लिया। कहा कि वे क्यों नहीं आए इस बाबत प्रमुख सचिव गृह से स्पष्टीकरण जानेंगे। सुनवाई के बाद टीम घटनास्थल चंद्रशेखर आजाद पार्क व अमहट इलाके में भी पहुंची जहां देर तक बिंदुवार ब्योरा इकट्ठा किया ।
..क्या है मामला
सुल्तानपुर : 25 दिसंबर 2013 को विप सदस्य अशोक सिंह को धनपतगंज ब्लाक प्रमुख यशभद्र सिंह मोनू ने साथियों के साथ नगर के अमहट चौराहे पर घेरा। वहां वाद विवाद इतना बढ़ा कि मोनू समर्थक मारपीट पर आमादा हो गए। जैसे-तैसे एमएलसी अपने वाहन से शहर की ओर निकले। लेकिन बात यहीं खत्म नहीं हुई आजाद तिराहा पहुंचने पर मोनू व उनके समर्थकों ने एमएलसी के वाहन को रोक लिया और उन्हें मारापीटा। मामले में एमएलसी सिंह ने विधान परिषद की विशेषाधिकार समिति के समक्ष शिकायत की। जिसमें तत्कालीन एसपी किरण एस, सीओ सिटी वीपी सिंह, नगर कोतवाल जितेंद्र गिरी पर ईमानदारी से दायित्व निर्वहन न करने का आरोप लगाया। शिकायत में यह भी कहा गया कि आरोपियों की उक्त अधिकारियों ने आवभगत भी की। समिति ने मामले की जांच के लिए महेश आर्य की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति का गठन किया।