नहाय-खाय के साथ छठ पूजा आज से
सुल्तानपुर : पारिवारिक सुख शांति एवं समृद्धि के लिए मनाए जाने वाला सूर्योपासना पर्व डाला छठ की तैयार
सुल्तानपुर : पारिवारिक सुख शांति एवं समृद्धि के लिए मनाए जाने वाला सूर्योपासना पर्व डाला छठ की तैयारियां अब तेज हो गई हैं। रविवार को आदि गंगा गोमती के सीताकुंड घाट स्थित तट पर श्रद्धालुओं ने व्रत की तैयारियों को लेकर कलश आदि सजाए संवारे। साफ-सफाई की। सोमवार से तिथि अनुसार पूजन शुरू हो जाएगा। मुख्य पर्व 29 व 30 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
शहर के सीताकुंड घाट पर डाला छठ की तैयारियों को लेकर सामाजिक संगठन स्वर्णकार समाज रविवार को सक्रिय रहे। श्रद्धालुओं ने गोमती मित्र मंडल के साथ तट की साफ-सफाई की। पूजन-अनुष्ठान के लिए स्थापित किए गए कलश एवं छठ मैया के प्रतीक चिन्हों को सजाया-संवारा। अलबत्ता पालिका प्रशासन की सक्रियता अभी तक नजर नहीं आ रही है। गोमती मित्र मंडल ने घाट पर हजारों श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना के मद्देनजर पालिका प्रशासन से शीघ्र ही समस्त तैयारियों को पूरी कर लेने की मांग की है। विदित हो कि 27 अक्टूबर को पूजन की पहली तिथि है। सोमवार को नहाय खाय, मंगलवार को नहाय-खाय के साथ व्रत की तैयारियां पूरी की जाएंगी। घर की साफ-सफाई होगी। व्रत रखने वाली महिलाएं घरों में घिया व चने की सब्जी आदि व्यंजन बनेंगे। मंगलवार को खरना के साथ छत्तीस घंटे का उपवास शुरू होगा। सूर्यास्त के बाद व्रती विशेष रूप से तैयार व्यंजन ग्रहण करेंगे। 29 की शाम अस्तांचलगामी सूर्य की आराधना के साथ मुख्य पर्व मनाया जाएगा और 30 अक्टूबर को अरुणोदय बेला में सूर्य को अर्ग प्रदान कर व्रती उपवास तोड़ेंगे।
इनसेट..घाट तक पहुंचने के लिए उपलब्ध रहेंगे वाहन
सुल्तानपुर : स्वर्णकार समाज के सदस्य भरत जी सोनी ने बताया कि मेजरगंज, पारकीसगंज, ठठेरी बाजार, लखनऊनाका, कृष्णानगर, दरियापुर, पल्टन बाजार, पुरानी बाजार, चौक, जीएन रोड आदि क्षेत्रों में छठ पर्व मनाने वालों की खासी तादाद है। इसके मद्देनजर प्रत्येक मोहल्ले में घाट तक व्रती महिलाओं व परिवारीजनों को पहुंचाने के लिए नि:शुल्क वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे। कई सामाजिक संगठन व जनप्रतिनिधियों ने भी इस कार्य में सहयोग देने का संकल्प लिया है।
इनसेट.पुलिस सजग, रहेगी विशेष ड्यूटी
सुल्तानपुर : डाला छठ पर शहर से गोमती नदी घाट तक आधी रात के बाद श्रद्धालुओं का आवागमन रहेगा। इसे देखते हुए नगर पुलिस ने क्षेत्रवार चौकी प्रभारियों को विशेष जिम्मेदारियों सौंपी हैं। 29 व 30 अक्टूबर की रात जगह-जगह पिकेट तैनात रहेगी। जिससे कि श्रद्धालुओं के साथ कोई अप्रिय घटना न घट सके।